भ्रष्टाचार में फसे पाक के पूर्व PM नवाज़ शरीफ और मरियम, आज हाई कोर्ट में दाखिल की जमानती अर्जी

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भ्रष्टाचार के एक मामले जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी और दामाद ने भ्रष्टाचार के एक मामले में फैसले के खिलाफ इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में सोमवार को अलग-अलग अपील दायर की और जमानत की मांग की, मीडिया में ऐसी खबर आई है | भ्रष्टाचार के एक मामले जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी और दामाद की याचिका पर आज इस्लामाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी | एहतिसाब (जवाबदेही) कोर्ट के जस्टिस मोहम्मद बाशिर ने शरीफ परिवार से जुड़े 2 केसों की सुनवाई करने से मना कर दिया. उन्होंने इस्लामाबाद हाई कोर्ट से कहा है कि इन दो केसों को किसी अन्य अदालत में शिफ्ट कर दिया जाए |

 

उन्होंने कहा कि वह पहले ही एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई कर चुके हैं, इस आधार पर वह इस परिवार से जुड़े 2 अन्य मामलों की सुनवाई नहीं कर सकते, जस्टिस बाशिर ने कहा कि नवाज शरीफ के वकील ने उनके खिलाफ पूर्वाग्रह से ग्रस्त होने का आरोप भी लगा रखा है | भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने उनकी बेटी मरियम के खिलाफ भी लंदन में चार आलीशान फ्लैट से संबंधित मामले में सात वर्षों की सजा सुनाई है। दोनों शुक्रवार को लंदन से पाकिस्तान लौटे थे।

 

 

दोनों इस्लामाबाद के नजदीक रावलपिंडी के अदियाला कारावास में बंद हैं, जहां वे भ्रष्टाचार के 2 अन्य मामलों में भी मुकदमे का सामना करेंगे। शरीफ पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है। तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ ने इस आरोप को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज किया है। उन्हें राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के साथ ‘सहयोग नहीं करने के लिए’ एक वर्ष की अतिरिक्त सजा दी गई है। उनके दामाद को भी मामले के संबंध में एक वर्ष की सजा सुनाई गई है।

 

ऐसी ही एक अपील पहले भी दायर की गई थी और अदालत ने उच्च न्यायालय में मामले को आगे बढ़ाने का निर्देश दिया था | लेकिन यह पता नहीं लगा कि कब इन अपीलों पर सुनवाई होगी, गौरतलब है कि इस्लामाबाद अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ को दस साल की कैद सुनाई थी और उन पर 80 लाख पाउंड का जुर्माना लगाया था | उनकी बेटी को सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी और उन पर दो लाख पाउंड का जुर्माना लगाया गया था | शरीफ के दामाद को एक साल की कैद की सजा सुनाई गई |

 

2016 में पनामा पेपर केस में नाम आने के बाद नवाज शरीफ को जुलाई 2017 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जांच के बाद शरीफ और उनकी बेटी मनी लॉन्ड्रिंग का केस चलाया गया था। पाकिस्तानी ट्राइब्यूनल कोर्ट ने पिछले शुक्रवार को शरीफ और उनकी बेटी मरियम को दोषी पाया और कैद की सजा सुनाई। दोनों को उनकी अनुपस्थिति में सजा सुनाई गई, दोनों उस दौरान लंदन में थे, वहीं शरीफ की पत्नी गंभीर तौर पर बीमार हैं।

 

पाकिस्तान में चुनाव जुलाई 25 से होने हैं। इस मामले का असर पाकिस्तान के चुनाव पर भी होगा। तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा। शरीफ के खिलाफ याचिका देने वालों में एक इमरान खान भी थे।