मसूद अजहर अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा, सनसनीखेज ऑडियो टेप सामने आया

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भारत के खिलाफ साजिशों को लेकर पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का सनसनीखेज ऑडियो टेप सामने आया है, जिसमें बड़े पैमाने पर जिहादियों की फौज खड़ी करने व समुद्र के रास्ते हमले करने की बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है।

 

पाकिस्तान भारत के खिलाफ साजिशों को लेकर अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का एक सनसनीखेज ऑडियो टेप सामने आया है | आतंकी मसूद अजहर के इस टेप में मुस्लिम युवाओं को तैराकी सीख कर समुद्री जेहाद छेड़ने की बात कही गई है, ऑडियो टेप के इस अंश में मसूद अजहर कहता हुआ पाया गया है कि ‘इंसान थोड़ी मेहनत करे तो बहुत कुछ हासिल कर सकता है….तैराकी भी एक हुनर है…दीन जेहाद, मजबूती और खिदमत की खातिर ये हुनर सीखना चाहिए….काश मुसलमान पानी को जिहादी दोस्त बनाते….तो दुनिया खैर से भर जाती|’

 

मसूद अजहर के मुताबिक आने वाले दिनों में एक लाख मुस्लिम युवा तैराक तैयार करने की योजना है, जिसका जिम्मा उसने अपने सिर लिया है, अजहर का कहना है कि ‘सर्दियां शुरू होने से पहले पहले कम से कम एक लाख मुसलमान तैराकी की मुबारक अमल को सीख लेंगे…..और जब सीख लेंगे तो उनको उम्र भर दुआएं देंगे जिन्होंने उन्हें इसके लिए दावत दी थी |

 

 

मसूद अजहर के मुताबिक आने वाले दिनों में एक लाख मुस्लिम युवा तैराक तैयार करने की योजना है जिसका जिम्मा उसने अपने सिर लिया है। अजहर का कहना है कि ‘सर्दियां शुरू होने से पहले पहले कम से कम एक लाख मुसलमान तैराकी की मुबारक अमल को सीख लेंगे’

 

 

यही नहीं मौलाना मसूद अजहर इस टेप में तैराकी कैसे करें इसे लेकर गुर भी सिखाता हुआ पाया गया है जिसमें वह कह रहा है कि ‘तैराकी सीखने जाएं तो जिस्म ढक लें, घुटनों तक जिस्म ढका हो । इससे आपके बाहरी जेहन में जिहाद करवटें लेने लगेगा।

 

आतंक का आका मौलाना मसूद अजहर इस टेप मे अपनी ऑनलाइन प्रोपेगेंडा मैगजीन रंगोनूर में कश्मीरी युवाओं को तैराकी सीखने के लिए प्रेरित करने के लिए संदेश नहीं छप पाने को लेकर भी खेद जता रहा है. मसूद अजहर कहता है कि ‘दो हफ्ते तैराकी वाले रिसाला पर तर्जुमा करने और रंगोनूर में छापने का इरादा है….लेकिन कुछ हालात की वजह से ये नहीं हो सका….जबकि ये एक घंटे का काम है….दो हफ्ते तर्जुमा पेश नहीं करने पर मेरा भी दिल यही चाह रहा है…लेकिन दोनों हाथ जोड़ना अच्छा नहीं है….इसलिए हाथ जोड़े बगैर मैं आपसे दिल की गहराई से माजरथ करता हूं….जिंदगी रही तो अगले हफ्ते जरूर आ जाएगा’