मस्जिद या ईदगाह में अदा होनी चाहिए नमाज खुले में नहीं – मनोहर लाल खट्टर

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नई दिल्ली: गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मस्जिद या घर में नमाज पढ़ने के अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की बात नहीं की है। अगर किसी को खुले में नमाज पढ़ने में परेशानी आ रही है तो वो पुलिस प्रशासन से संपर्क करें।’ यह बात खट्टर ने दिल्ली एयरपोर्ट पर कही है। मुख्यमंत्री दस दिन के विदेश दौरे पर जा रहे थे।

क्या था मामला
दरअसल, यह विवाद दो हफ्ते पहले तब पैदा हुआ था जब कुछ स्थानीय लोगों ने यहां नमाज का विरोध किया था और आरोप लगाया था कि कुछ लोगों ने नमाज पढ़ने के दौरान यहां ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ और ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाए| पिछले हफ्ते गुरुवार को सेक्टर 53 के मैदान में नमाज में व्यवधान उत्पन्न करने और धमकाने के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था| शिकायतकर्ता वाजिद खान और नेहरू वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष हाजिद शहजाद खान की शिकायत पर पांच लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज किया गया था|

मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि आजकल खुले में नमाज ज्‍यादा पढ़ी जा रही है। राज्‍य में कानून व्‍यवस्‍था लागू कराना उनका काम है। ऐसे में हरियाणा में सार्वजनिक जगहों पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी सिर्फ मस्जिद या ईदगाह में ही नमाज पढ़ी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि नमाज पढ़ने के लिए स्थान की कमी हो तो लोगों को निजी स्थानों पर पढ़नी चाहिए। लोग इस पर आपत्ति जताते हैं, जिस पर सावधानी बरतनी होगी। यदि किसी को किसी भी प्रकार की आपत्ति है तो प्रशासन व पुलिस को अवगत करा सकता है।