शेल्टर होम रेप: बच्चियों ने सुनाई दिल दहला देने वाली आपबीती, हर रात होती थी उनके साथ हैवानियत

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मुजफ्फरपुर बालिका गृह यानि शेल्टर होम में यौन शोषण की शिकार लड़कियों ने जो अपने ऊपर आपबीती सुनाई है वह बेहद ही भयावह है| इस दर्दभरी दास्तां को सुनकर आपका भी खून खौल उठेगा कि कैसे सात साल की, दस साल की लड़कियां इस तरह की शारीरिक और मानसिक पीड़ा से गुजरी होंगी। इनमें से कई बच्चियां मानसिक रूप से बीमार हो गई हैं, जिनका इलाज मनोचिकित्सकों के द्वारा किया जा रहा है।

उन्होंने न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने अपनी आपबीती सुनाई है। एक 10 साल की लड़की ने बताया, ‘जैसे ही सूरज डूबता था, लड़कियां डरी हुई रहने लगती थीं। वे रातें आतंक से भरी हुई थीं।’ ‘हमें टॉर्चर किया जाता था, भूखा रखा जाता था, इंजेक्शन लगाए जाते थे। हर रात लड़कियों के साथ रेप होता था। अगर कोई लड़की बात नहीं मानती थी और विरोध करती थी, तो ‘हंटरवाला अंकल’ छड़ी से खूब पिटाई करता था। जैसे ही वह किसी के कमरे के आता था, तो सारी लड़कियां डर जाती थीं।

एक दूसरी लड़की ने बताया, ‘हम रोज किरण मैडम को इस बारे में बताते थे। उनसे बचाने की गुहार लगाते थे, लेकिन वह कुछ नहीं करती थीं। वह हमारी बात नहीं सुनती थीं।’ मालूम हो कि किरण सहित तीन महिलाओं को बालिका गृह में बच्चियों की देखरेख के लिए रखा गया था। इन्हें भी गिरफ्तार किया गया है।

6 नाबालिग लड़किया हुई प्रग्नेंट, जिसमे तीन का कराया गया अबॉशन

आपको बता दे कि 34 नाबालिग लड़कियों में से छह गर्भवती हो गई थीं| जिनमें से तीन का गर्भपात भी कराया गया था। मेडिकल जांच में साबित हुआ है कि गर्भवती हुई अधिकतर लड़कियों की उम्र सात से 14 वर्ष के बीच है। बालिका गृह की 42 लड़कियों की जांच में 34 के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। इतना ही नहीं मुजफ्फरपुर के बालिका आश्रय गृह से मुक्त कराकर मोकामा के नजारत अस्पताल में लाई गईं|

सभी 34 लड़कियां यौन शोषण से बचने के लिए आत्महत्या का प्रयास कर चुकी हैं। किसी ने शीशे से हाथ की नस काटने की कोशिश की थी, तो किसी ने ब्लेड से खुद पर वार किया था। दरिंदों द्वारा लड़कियों को इस कदर मानसिक प्रताड़ना दी जाती थीं कि वे मजबूर होकर आरोपित ब्रजेश ठाकुर जैसा कहता था, वैसा करती थीं।

बातचीत के दौरान एक लड़की ने महिला आयोग की टीम को बताया कि जैसे ही वो खाना खाती थी उसके कुछ देर बाद ही वो बेसूद होकर सो जाती थी और जब वो सो कर उठती उसे शरीर में असाहनीय पीड़ा होती थी| जब कभी वह साथ रह रही लड़कियों से शिकायत करती तो वो भी मुँह फेर कर वहां से चुपचाप चली जाती थी| इतना ही नहीं संचालक या प्रबंधक से भी उसे कोई मदद नहीं मिलती थी|

वीडियो दिखा कर पसंद कराई जाती थी लड़किया

16 वर्षीय एक लड़की ने बताया कि बेहोशी की दवा खाने से उसकी तबीयत बिगड़ती जा रही थी। जब सच्चाई का पता चला तो उसने दवा युक्त खाना खाने से इन्कार कर दिया। ब्रजेश ने उसे कार्यालय में बुलाकर खाना खाने के लिए बाध्य किया तो उसने कह दिया कि मुझे पता है, मेरे साथ बेहोशी में क्या होता है? आप मुझे मारें-पीटें नहीं, मैं हर काम करने के लिए तैयार हूं। इसके बाद ब्रजेश ने उसे शाबाशी दी और कपड़े उतारने को कहा, फिर अपने मोबाइल से उसका अश्लील वीडियो बनाया और बताया कि इसे नेताओं और अधिकारियों को भेजेगा। जिसके साथ तुम अगली रात रहोगी, वह रिप्लाई करेगा।

बैरहाल आपको बता दे कि मामले का खुलासा होने के बाद बालिका गृह के संचालक बृजेश ठाकुर, रवि कुमार रौशन, किरण कुमारी सहित 10 साथियो को जेल भेज दिया गया है| वही एक अन्य आरोपी दिलीप कुमार अभी फरार है| इस मामले में समाज कल्याण मंत्री के पति चंद्रेश्वर वर्मा पर भी गंभीर आरोप लगाए गए है| वहीं दूसरी तरफ विपक्ष भी आक्रामक हो गया है| फ़िलहाल मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने मामले कि गंभीरता को देखते हुए सीबीआई जाँच के आदेश दे दिए है|

साथ ही आपको बता दे कि बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्र ने कहा लड़कियों के साथ हैवानियत की सारी सीमाएं पार की गई हैं। अब वे सुरक्षित माहौल में हैं। लड़कियों के बयान के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए आयोग सरकार को जल्द रिपोर्ट सौंप देगा।