सरकार का लक्ष्य हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज स्थापित करना है: पीएम मोदी


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की सराहना करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि सरकार का लक्ष्य हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज स्थापित करना है। ऋषिकेश में एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘करीब 6-7 साल पहले कुछ ही राज्यों में एम्स की सुविधा थी। आज एम्स को हर राज्य में ले जाने का काम किया जा रहा है। हम 22 एम्स का मजबूत नेटवर्क बनाने के लिए छह एम्स को तेजी से बनाने का कार्य कर रहे हैं। सरकार का यह भी लक्ष्य है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कालेज हो।’

उत्तराखंड के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अटल जी ने उत्तराखंड के निर्माण का सपना पूरा किया था। अटल जी का मानना था कि कनेक्टिविटी का सीधा संबंध विकास से है। उन्हीं की प्रेरणा से आज देश में अभूतपूर्व गति और पैमाने पर बुनियादी ढांचे के माध्यम से कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने का काम किया जा रहा है।’

उन्होंने कहा कि आज सरकार यह इंतजार नहीं करती कि नागरिक अपनी समस्याएं लेकर उनके पास आएं और फिर कार्रवाई करें। हम सरकार की मानसिकता और व्यवस्था से इस गलतफहमी को दूर कर रहे हैं। अब सरकार सीधे नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए उनके पास जाती है।

प्रधानमंत्री ने भारत के चल रहे टीकाकरण अभियान की भी सराहना की और कहा, ‘यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है कि COVID टीकों की 93 करोड़ खुराक दी गई है। बहुत जल्द, हम 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेंगे। भारत ने रास्ता दिखाया है पूरी दुनिया को कि Co-WIN प्लेटफार्म का निर्माण करके, इतने बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया जा सकता है।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘सामान्य दिनों में, भारत एक दिन में 900 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा आक्सीजन का उत्पादन करता था। जैसे-जैसे मांग बढ़ी, भारत ने मेडिकल आक्सीजन के उत्पादन में 10 गुना से अधिक की वृद्धि की। दुनिया के किसी भी देश के लिए यह एक अकल्पनीय लक्ष्य था, लेकिन भारत ने इसे हासिल कर लिया है। ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर्स फंड के तहत स्थापित 35 प्रेशर स्विंग अडसोर्प्शन (पीएसए) आक्सीजन संयंत्रों को राष्ट्र को समर्पित किया। पीएमओ के बयान में कहा गया है कि समारोह सुबह 11 बजे एम्स ऋषिकेश में शुरू हुआ था।