सीएम केजरीवाल ने PM को भी लिखा खत, LG करेंगे राजनाथ सिंह से मुलाकात

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दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अपने तीन अन्य मंत्रियों के साथ एलजी हाउस में धरने पर डटे हुए हैं | केजरीवाल के धरने के खिलाफ बीजेपी नेता भी बुधवार से ही सीएम दफ्तर पर धरना दे रहे हैं | इस बीच गुरुवार को एलजी ने गृह मंत्री से मुलाक़ात की. इधर, सीएम केजरीवाल के दफ़्तर के वेटिंग रूम में बीजेपी विधायकों का धरना भी जारी है | आम आदमी पार्टी के बाग़ी विधायक कपिल मिश्रा भी बीजेपी विधायकों के साथ हैं |

 

गुरुवार को दिल्ली सचिवालय में बीजेपी विधायकों ने 40 फीट लंबा बैनर लहराया, बैनर में लिखा था कि दिल्ली सचिवालय में कोई हड़ताल नहीं है, दिल्ली के सीएम छुट्टी पर हैं | आम आदमी पार्टी ने रविवार को प्रधानमंत्री निवास का घेराव करने का एलान किया है | आज शाम को विधायकों की बैठक भी होनी है, जिसके बाद आम आदमी पार्टी डोर डू डोर राशन डिलिवरी योजना को मंज़ूरी के लिए गांधीगीरी करेगी, जिन तीन मांगों को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता धरना पर हैं, उन पर अब पार्टी लोगों से राय लेगी, इसके बाद 10 लाख चिट्ठियां पीएम को भेजी जाएंगी | हालात के मद्देनजर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल बृहस्पतिवार शाम को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में एलजी दिल्ली में राजनीतिक और प्रशासनिक संकट पर राजनाथ सिंह से सलाह-मशविरा करेंगे।

 

दिल्‍ली की पूर्व मुख्‍यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा, किस तरह से दिल्‍ली सरकार धरना दे रही है, मैंने किसी सरकार को धरना देते नहीं देखा, उन्‍होंने कहा कि जब हमारी सरकार दिल्‍ली में थी तो केन्‍द्र में बीजेपी की सरकार थी हमने फिर भी दिल्‍ली के पानी के लिए के लिए काम किया |

 

आप नेता दिलीप पांडे ने कहा कि 17 जून को पूरी दिल्ली के लोग PM आवास के तरफ बढ़ेंगे और प्रधानमंत्री से ये पूछेंगे की दिल्ली के साथ ऐसा बदला क्यों ले रहे ? उन्‍होंने कहा कि आज शाम 4 बजे AAP के सभी सांसद, विधायकों, पदाधिकारियों की बैठक है, हम सब उसमे 17 जून को होने वाले PM आवास की तरफ मार्च के लिए रणनीति सुनिश्चित करेंगे |

 

संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में जो IAS ऑफिसर की स्ट्राइक चल रही है, और उससे लगातार जो समस्याएं उत्पन्न हुई है, उसके बारे में गृह मंत्री को अवगत कराया गया है, और उन्होंने आश्वासन दिया है, कि वह उचित कदम उठाएंगे. “इस आंदोलन में बात किसी से लड़ाई करने की नहीं है, बात पिछले 4 महीने से जो दिल्ली के विकास कार्य जान-बूझ के रोके गए हैं, उन्हें शुरू कराने का प्रयास है | अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि देश ब्यूरोक्रेसी से नही डेमोक्रेसी से चलता है |

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तीन मंत्री उप राज्यपाल अनिल बैजल के खिलाफ उनके निवास पर पिछले चार दिन से धरना दे रहे हैं, वहीं विपक्षी पार्टी बीजेपी सीएम के खिलाफ उनके घर पर धरना दे रही है | आमरण अनशन पर बैठे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का गुरुवार सुबह रुटीन चेकअप हुआ. चेकअप में पता चला है कि सत्येंद्र जैन की तबीयत ठीक नहीं है |

तबीयत का लेखाजोखा :-

सत्येंद्र जैन –

पल्स – 64, बीपी – 110/70, सुगर – 47, यूरिन किटोन – 2+

मनीष सिसोदिया –

पल्स – 72, बीपी – 140/80, सुगर – 59, वजन – 88.5 Kg

केजरीवाल के धरने के विरोध में बीजेपी के नेता बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में धरने पर बैठे. दिल्ली बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि केजरीवाल को नौटंकी बंद करनी चाहिए और काम पर वापस आना चाहिए. इस धरने में आप के बागी नेता कपिल मिश्रा भी शामिल रहे |

ये हैं AAP की 3 मांगें

1- एलजी खुद IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल तुरंत खत्म कराएं, क्योंकि वो सर्विस विभाग के मुखिया हैं |

2- काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लें |

3- राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर करें |

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। एक ट्वीट के जरिये ममता बनर्जी अपनी मांगों के पक्ष में दबाव बनाने के लिए दिल्ली के उप राज्यपाल के कार्यालय में धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में सामने आ गई हैं। ममता बनर्जी ने ट्वीट किया- ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से उप राज्यपाल के कार्यालय में बैठे हैं। निर्वाचित मुख्यमंत्री को अवश्य ही उचित सम्मान मिलना चाहिए।

 

धरने के बीच अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है और दिल्‍ली की समस्‍याओं से अवगत कराया है। उन्‍होंने कहा है कि वह इस मामले में हस्‍ताक्षेप करें और इसे सुलझाए। अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा- ‘3 महीने से दिल्ली के आइएएस अधिकारी हड़ताल पर हैं और मंत्रियों की बैठकों में आइएएस अधिकारी आते नहीं हैं। इससे दिल्‍ली की जनता के कई काम प्रभावित हो रहे। देश के इतिहास में पहली बार IAS हड़ताल पर हैं।