11 वर्षीय चमन गुल्लक लेकर पहुँचा एसडीएम ऑफिस,बोला अंकल कोई गरीब भूखा न रहे

सिकराय एसडीएम हरिताभ आदित्य ने बताया कि बच्चे चमन की गुल्लक से मिले हैं :1106 रुपये, इनसे जरूरतमंद परिवारों को राहत सामग्री पहुंचाई जाएगी

रिपोर्ट :-संवाददाता(विष्णुदत्त शर्मा)
सिकराय :-  कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के दौरान कोई भूखा ना रहे इस पहल के लिए सरकार,समाज के युवा,बुजुर्ग व्यक्तियों सहित भामाशाह एवं समाजसेवी जरूरतमंद परिवारों की हरसंभव मदद का प्रयास कर रहे हैं, वही इस पहल में बच्चे भी सरकार और प्रशासन का साथ देते हुए नजर आ रहे है ।बच्चों में भी समाजसेवा की ललक बढ़ रही है।

 

ऎसा ही एक उदाहरण सामने आया जब शुक्रवार को दौसा जिले के सिकराय एसडीएम कार्यालय में, एक 11 साल का बालक गुल्लक लेकर पहुंचा। उसने एसडीएम हरिताभ आदित्य को गुल्लक देकर कहा कि अंकल इसे फोड़कर बेरोजगारी के कारण भूख से परेशान लोगों तक राहत सामग्री का इंतजाम कर देना, जिससे कोई भूखा नहीं सोए।

 

बच्चे ने कहा, कोरोना महामारी से हुए लॉकडाउन के दौरान कई लोगों को काम नहीं मिल रहा है। इससे उनकी हालत खराब है। इस दौरान बच्चे की बात सुनकर एसडीएम भी काफी प्रभावित हुए। सिकंदरा की पटेल वाली ढाणी निवासी चमन कसाना ने बताया,माता पिता ने स्कूल जाने के दौरान जो पैसे दिए थे, मैंने वे बचाकर गुल्लक में रखे थे।

 

इन पैसों से मैं अपनी दो साल की छोटी बहन को रिमोट वाली कार व खिलौने दिलाले वाला था। अब ये पैसे जरूरतमंद लोगों के काम आएंगे। एसडीएम आदित्य ने बताया कि बच्चे चमन की गुल्लक से 1106 रुपये प्राप्त हुए हैं, जिन्हें जरूरतमंद परिवारों तक राहत सामग्री पहुचाने के लिए उपयोग में लिए जाएगा।