MP मंदसौर में 7 साल की बच्ची से निर्भया जैसी हैवानियत, जान बचाने के लिए काटनी पड़ीं आंतें

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मंदसौर:- मध्य प्रदेश के मंदसौर में 7 साल की बच्ची के साथ निर्भया मामले जैसी हैवानियत सामने आने के बाद जिले में प्रदर्शन जारी है। गुरुवार को लोगों ने विरोध में दुकानें बंद रखीं। मुस्लिम समुदाय के नेताओं ने गुरुवार को आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग की। साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि आरोपी के शव को जिले के कब्रिस्तान में जगह नहीं दी जाएगी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर उसे पांच दिन के लिए रिमांड पर भेजा है। अस्पताल में भर्ती बच्ची इस समय जिंदगी की जंग लड़ रही है।

इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आरोपी को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले, इसके लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि ये घटना दरिंदगी की इंतेहां है, सरकार आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दिलाने की कोशिश करेगी। मंदसौर के बार एसोसिएशन ने आरोपी की पैरवी नहीं करने का भी फैसला लिया है। एसोसिएशन ने कहा बच्ची के पक्ष में 100 वकील नि:शुल्क पैरवी करेंगे। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा, ”इस तरह के दरिंदों को सभ्य समाज में रहने का हक नहीं है और ऐसे लोगों को फांसी से कम सजा नहीं होना चाहिए। प्रशासन आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए पूरा प्रयास करेगा।” मुख्यमंत्री ने पीड़ित बच्ची के बारे में कहा कि वह मध्यप्रदेश की बेटी है और वे स्वयं उसके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं। सरकार कोशिश कर रही है कि वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाए। इंदौर के अस्पताल में भर्ती बेटी के स्वास्थ्य की वो लगातार जानकारी ले रहे हैं।

क्या है पूरा मामला

यह घटना मंगलवार की है। बता दें कि दोपहर 12 बजे इस 7 साल की बच्ची के साथ मंगलवार को स्कूल से किडनैप करके बलात्कार किया गया। इसके बाद आरोपी ने बच्ची पर बर्बरता से हमले किए। उसके प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचाया। साथ ही गला रेतकर हत्या की कोशिश की। उसके बाद किसी व्यक्ति ने फोन कर पुलिस को सूचना दी कि मंदसौर बस स्टैंड के पास कांटेदार झाड़ियों में एक बच्ची बेहोशी की हालत में पड़ी है और उसके कपड़े फटे हुए हैं, साथ ही उसका पूरा बदन खून से लहुलूहान है। सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पुलिस पहुंची और बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन बच्ची की हालत गंभीर होने की वजह से उसे इंदौर रेफर कर दिया गया।

इंसान ही नहीं डॉक्टर्स की रूह काँप गयी बच्ची की हालत देखने के बाद

सूत्रों की मने तो बच्ची के साथ इस हद तक हैवानियत की गई है कि इंसान ही नहीं बच्ची की हालत देखने के बाद डॉक्टर भी कांप गए हैं। डॉक्टर्स ने बताया कि अस्पताल में भर्ती पीड़िता जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। डॉक्टरों ने बताया कि गुरुवार को उसके शरीर ने कई सर्जरी को झेला है। उस पर धारदार हथियार से कई वार किए गए जिससे उसके शरीर में गहरे घाव हैं। बच्ची के गले में भी 3 सेंटीमीटर का घाव है। रेप के कारण बच्ची के अंदरूनी पार्ट्स पूरी तरह से डैमेज हो चुके हैं। उसके चेहरे और नाक पर भी जगह-जगह दांत से काटने के निशान हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि बच्ची के साथ इस हद तक बर्बरता की गई कि उसका मलाशय तक फट गया है। प्राइवेट पार्ट्स में नुकीले हथियार से वार किया गया।

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पुलिस के हत्थे लग चूका है मुल्जिम

पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए आरोपी की पहचान कर उसे बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी का नाम इमरान बताया जा रहा है और नशे का आदी है। वहीं, इस गंभीर घटना के बाद लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। इस घटना के विरोध में गुरुवार को मंदसौर बंद रहा। साथ ही लोगों ने अपनी-अपनी दुकानों को भी बंद रखा और सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपी को फांसी की सजा की मांग करने लगे। आरोपी इरफान को 2 जुलाई तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी मिठाई देने का लालच देकर बच्ची को अपने साथ ले गया था और झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद वो बच्ची को वहीं लहुलूहान हालत में छोड़कर वहां से फरार हो गया। बच्ची के स्कूल बैग से पुलिस को शराब की बोतलें भी मिली थीं।

मुस्लिम समुदाय ने भी किया आरोपी का पूर्ण बहिष्कार

घटना के विरोध में कई मुस्लिम समुदाय गुरुवार को सड़कों पर दिखे। वक्फ अंजुमन इस्लाम कमिटी सदर मोहम्मद यूनुस शेख ने मंदसौर एसपी मनोज सिंह के समक्ष ज्ञापन सौंपने के लिए शिष्टमंडल का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, ‘समुदाय में इस तरह के जघन्य अपराधी के लिए कोई जगह नहीं है।’ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मामले की फास्ट ट्रैक सुनवाई और दोषी के लिए मृत्युदंड की मांग की है। युनूस शेख ने आगे कहा, ‘इस तरह का निर्मम अपराध माफी के लायक नहीं है। हमने निर्णय लिया है कि हम अपराधी के शरीर को जिले के किसी भी कब्रिस्तान में दफन नहीं होने देंगे।’

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घाव भरने में लगेगा वक्त

फिलहाल बच्ची बस कुछ देर के लिए आंख खोलती है और फिर बंद कर लेती है। डॉक्टरों का कहना है कि घाव बेहद गंभीर हैं जिन्हें भरने में वक्त लगेगा। बच्ची को एक यूनिट खून भी चढ़ाया गया है। साथ ही प्राइवेट पार्ट्स को संक्रमण से बचाने के लिए डॉक्टर कोशिशों में जुटे हैं। ठोस आहार नहीं दिया जा रहा है। उसके शरीर में कई घाव हैं।