भाजपा शासन काल में पेट्रोल और डीज़ल के दाम छू रहे आसमान

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नई दिल्ली:-केंद्र सरकार की ओर से तेल की कीमतों में कटौती का ऐलान होने के बाद भाजपा के शासन काल में कई राज्यों की सरकारों ने भी तेल पर वैट में कमी करने की घोषणा की थी | मंगलवार को लगातार चौथे दिन तेल का महंगा होना जारी रहा। मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 23 पैसे की बढ़ोत्तरी के साथ 82.26 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई। वहीं डीजल 29 पैसे बढ़कर 74.11 रुपये पर जा पहुंचा है। दिल्ली के साथ ही मुंबई में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है। मुंबई में पेट्रोल अब 87 रुपये के पार पहुंच गया है।

 

 

मुंबई में भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है। मुंबई में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमश: 23 पैसे और 31 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। यहां पेट्रोल की कीमत अब 87.73 रुपये और डीजल की कीमत 77.68 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

 

 

इसके अलावा कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 84.09 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल के दाम 75.96 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। चेन्नई में भी पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़कर 85.50 रुपये और 78.35 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।

 

 

आपको बता दें कि 4 अक्टूबर को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी, लेकिन अब एक बार फिर तेल के दाम बढ़ने शुरू हो गए हैं। दरअसल, हर रोज तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी।

 

 

शनिवार को वित्त मंत्री जेटली ने भी तेल की बढ़ती कीमतों के पीछे मौजूद अंतरराष्ट्रीय कारणों का जिक्र करते हुए कहा था कि तेल उत्पादक देशों ने अपने उत्पादन को सीमित कर दिया है और इसलिए मांग और आपूर्ति (डिमांड एवं सप्लाई) में अंतर पैदा हो गया है, जिससे तेल के दाम बढ़ रहे हैं।