मिड -डे मील की स्कीम का विस्तार ; प्री – प्राइमरी से बच्चो को मिलेगा नाश्ता

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

*  स्कूली बच्चो को अब पोषण की कमी से नहीं जूझना होगा। केंद्र सरकार ने मिड -डे मील के मुताबिक स्कूली बच्चो के लिए अच्छा पोषण देने के लिए अच्छा पोषण व पौष्टिक नाश्ता उपलब्ध करने के लिए तेजी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। और साथ ही इसके दायरे को विस्तार देने की योजना को बढ़ाया जा रहा हैं। अब प्री – प्राइमरी से ही स्कूली बच्चो को खाने के साथ नाश्ता भी मिलेगा। औऱ अब इस स्कीम में 1 से 8 तक ही बच्चे शामिल होंगे। जिन्हे केवल दोपहर का भोजन ही दिया जाता हैं। औऱ इसके साथ ही योजना की पूरे सिरे से समीक्षा की जाएगी।

* मिड -डे मील योजना व प्री – प्राइमरी को शामिल करने व नाश्ता देने के लिए राज्यों से मांगी राय व इसी के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मिड -डे मील से जुड़े सभी बदलावों को लेकर गतिपूर्वक काम शुरू कर दिया हैं। व सभी राज्यों से योजना को लेकर सुझाव देने को कहा। जिसमे इस पर आने वाले खर्च के साथ पौष्टिक नाश्ते में क्या – क्या शामिल किया जा सकता है। सभी की जानकारी देने को कहा। राष्ट्रीय शिक्षा निति में अच्छे से अच्छा पौष्टिक नाश्ता उपलब्ध कराने की सिफारिश की गई।

* शिक्षा निति का मानना ,अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे बच्चे हैं जो सुबह का नाश्ता नहीं कर के आते हैं। ऐसे में उन्हें नाश्ता दिया जाता हैं। औऱ उन्हें स्कूल से जोड़ने व उनका पोषण स्तर बढ़ाने में सहायता मिलेगी। स्कूली बच्चो के लिए शुरू की गई मिड -डे मील स्कीम पूरी तरह केंद्रीय मदद से संचालित हैं। राज्यों को भोजन में आने वाले खर्च पर हिस्सा देना पड़ता हैं। औऱ मौजूदा स्कीम के तहत देश के करीब 12 लाख स्कूल के करीब 11.6 बच्चो को दोपहर का खाना उपलब्ध कराया जाता हैं। कोरोना संकट काल में जब स्कूल बंद थे | तब केंद्र ने राज्यों से स्कूली बच्चो को राशन या फिर नगद पैसे उपलब्ध करवाया था।