खून की कमी के लक्षण और उपाय

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नीतू  शेरगिल / रीडर टाइम्स

खून की कमी के उपाय और लक्षण

शरीर में रक्त की अत्यधिक कमी  होने से  एनीमिया रोग होता है. शरीर में रक्त की कमी विभिन्न कारणों से हो सकती है. सीढ़ियों से फिसलकर गिरने व किसी दुर्घटना के कारण चोट लगने से अधिक रक्त निकल जाने पर रक्त की कमी हो सकती है.

किसी रोग से लंबे समय तक पीड़ित रहने पर भी शरीर में रक्त की कमी हो सकती है.  भोजन में पौष्टिक खाद्य पदार्थों का अभाव रक्ताल्पता की उत्पत्ति करता ह.

 खून की कमी के घरेलू चिकित्सा निर्देश

Tip1. रक्ताल्पता रोग होने पर रोगी को भोजन से अरुचि हो जाती है.  ऐसी स्थिति में रोगी को गाजर, मूली, प्याज़, खीरा, टमाटर और चुकंदर का सलाद बनाकर उसमें काली मिर्च का चूर्ण और सेंधा नमक मिलाकर प्रतिदिन दो तीन बार खाना चाहिए. नींबू के रस के साथ बने सलाद से अरुचि नष्ट होती है और सब्जियों के विटामिन व खनिज तत्वों से शरीर में रक्त की तीव्र गति से वृध्दि होती है.

Tip 2. गाजर के 200 ग्राम चरस में 50 ग्राम पालक का रस मिलाकर प्रतिदिन पीने से रक्ताल्पता नष्ट होती है. गाजर के रस में सेब व अनार का रस मिलाकर पीने से भी रक्ताल्पता नष्ट होती है .

Tip 3. टमाटर काटकर उसमें काली मिर्च का चूर्ण और सेंधा नमक मिलाकर प्रतिदिन खाने से शरीर में रक्त की वृध्दि होने से रक्ताल्पता नष्ट होती है. टमाटर का सूप बनाकर पीने से रक्ताल्पता में बहुत लाभ होता है.

Tip 4. गाजर और मेथी की सब्जी बनाकर खाने से रक्ताल्पता नष्ट होती है.

Tip 5. पालक, बथुआ, चौलाई, सरसों, मेथी आदि का शाक बनाकर प्रतिदिन खाने से शरीर में रक्त की वृध्दि होती है. हरे शाकों में लौह तत्व (आयरन) की मात्रा अधिक होती है. लौह तत्व शरीर में रक्त का निर्माण करता है. यह  खून  बढ़ने की दवा  उपयोगी है.

Tip 6. खून  बढ़ने  वाले  फ्रूट्स  -> अंगूर अधिक शक्तिवर्धक और पौष्टिक होते हैं. प्रतिदिन 100 ग्राम अंगूर खाने से शरीर में रक्त की वृध्दि होने से रक्ताल्पता की विकृति नष्ट होती है.

Tip 7.  10 ग्राम बेल के ताजे व कोमल रस में प्रतिदिन 1 ग्राम काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से रक्ताल्पता रोग नष्ट होता है.

Tip 8. प्रतिदिन सुबह-शाम अनार खाने से या उसका 100 ग्राम रस पीने से शरीर में रक्त की वृध्दि होने से रक्ताल्पता विकृति नष्ट होती है. गर्भावस्था में स्त्रियों में अधिक रक्ताल्पता होती है. अनार का रस पिलाने से स्त्रियों को बहुत लाभ होता है.

Tip 9.  4-5 बादामों की गिरी रात्रि के समय जल में डालकर रखें. सुबह उन गिरी के छिलके उतारकर अलग कर दें. बादामों की गिरी पीसकर उबाले हुए दूध में मिलाकर पीने से रक्ताल्पता जल्दी नष्ट होती है.

Tip 10. प्रतिदिन सुबह-शाम आंवले या सेब का मुरब्बा खाने और दूध पीने से रक्ताल्पता की वृध्दि बहुत जल्दी नष्ट होती है.

Tip 11. एक केले पर जल में चूना पीसकर लेप कर रात्रि में रख दीजिए. प्रातः उठने पर उस केले को छीलकर खाने से रक्ताल्पता नष्ट हो जाती है.

Tip 12. गन्ने के 200 ग्राम रस में आंवले का 5 ग्राम रस और 10 ग्राम मधु मिलाकर प्रतिदिन पीने से कुछ ही दिनों में रक्ताल्पता का निवारण हो जाता है.

Tip 13. चित्रक की जड़ को सुखाकर, कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर, किसी खरल में डालकर चित्रक की जड़ के रस के साथ घोटकर शुष्क चूर्ण बना लें. प्रतिदिन जल के साथ 3 ग्राम चूर्ण सेवन करने से रक्ताल्पता सरलता से नष्ट हो जाती है.

Tip 14. सहिजन के फूलों की सब्जी बनाकर प्रतिदिन खाने से रक्ताल्पता शीघ्र नष्ट होती है.

Tip 15. चित्रक की जड़ के चूर्ण को प्रतिदिन 3 ग्राम मात्रा में तक्र (मट्ठे) के साथ सेवन करने से रक्ताल्पता नष्ट होती चली जाती है.

16. नीम के ताजे व कोमल पत्तों का रस 5 ग्राम मात्रा में लेकर उसमें 5 ग्राम मिश्री पीसकर मिलाकर कुछ दिन तक सेवन करने से रक्ताल्पता नष्ट होती है.

17. प्रतिदिन बीजू किस्म के आमों को चूसकर ऊपर से दूध पीने पर रक्ताल्पता जल्दी नष्ट होती है. बीजू आम खट्टे नहीं होने चाहिए. यदि बीजू आमों को चूसकर सेवन करने में कोई परेशानी हो तो उनका रस निकालकर सेवन कर सकते हैं.

18. गोक्षुर का 1 ग्राम चूर्ण और निशोथ का 2 ग्राम चूर्ण मिलाकर जल के साथ सेवन करने से रक्ताल्पता नष्ट होती है.

19. बबूल के 300 ग्राम फूलों को छाया में सुखाकर, उनको कूट-पीसकर बारीक चूर्ण बना लें. इस चूर्ण में 300 ग्राम मिश्री पीसकर उसमें मिलाकर रखें. प्रतिदिन 5 ग्राम चूर्ण जल के साथ सेवन करने से रक्ताल्पता जल्दी नष्ट होती है.

20. अडूसे के 25 ग्राम रस में थोड़ा सा कलमी शोरा मिलाकर सेवन करने से रक्ताल्पता नष्ट होती है.