छोटे बच्चों के अभिभावकों को टीकाकरण में मिलेगी प्राथमिकता

 

 

रीडर टाइम्स डेस्क

छोटे बच्चों के अभिभावकों को टीकाकरण में मिलेगी प्राथमिकता

1.  तीसरी लहर से बच्चों  में संक्रमण की संभावना के चलते प्रदेश सरकार फ्रंट फुट पर

2. 12 वर्ष या उससे कम उम्र वाले बच्चों के अभिभावकों को टीकाकरण में मिलेगी वरीयता

लखनऊ:  प्रदेश में कोरोना की रफ्तार में लगातार कमी देखने को मिल रही है लेकिन इस मंद पड़ते कोरोना के कहर के बीच योगी सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी अभी से तेज कर दी है। आज कोरोना से जंग में यूपी मॉडल की चर्चा देश से विदेश तक हो रही है। इसी क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री कोरोना की तीसरी लहर  से निपटने के लिए  सुरक्षा व्यूह  रचने में लगे हुए हैं । कोरोना  एक्सपर्ट्स ने तीसरी लहर में बच्चों पर सीधे अटैक की संभावना व्यक्त की है । इस को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 12 वर्ष या उससे कम उम्र वाले सभी बच्चों के अभिभावकों को वैक्सीन में प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है।

प्रदेश की योगी सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जिसमें प्रदेश स्तर पर बच्चों के लिए अस्पतालों की व्यवस्था और टीकाकरण शिविर लगाकर अभियान को और तेज करने का निर्णय लिया गया है। इस योजना में  सरकार जिला स्तर पर बच्चों के लिए अलग वार्ड की स्थापना करने जा रही है इस कोरोना बाल वार्ड में 20 से 25 बेड सिर्फ बच्चों के लिए उपलब्ध रहेंगे । किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित करने की तैयारी भी चल रही है। इन अस्पतालों में सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी दशा में हर बच्चे को दवा और बेड हर समय उपलब्ध रहे।

उत्तर प्रदेश ने अन्य राज्यों से एक कदम आगे चलते हुए तीसरी लहर से निपटने के लिए बाल रोग चिकित्सकों को आज से ही  प्रशिक्षित करने का कार्य शुरू कर दिया है । लखनऊ एसजीपीजीआई के निदेशक और तीसरी लहर नियंत्रण के लिए गठित एडवाइजरी कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर आर के धीमन ने बताया कि केजीएमयू और एसजीपीजीआई मिलकर प्रदेश के 52 मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों को प्रशिक्षित करेंगे । जिसका पहला चरण सोमवार को शुरू कर दिया जाएगा ।तीसरी लहर में 2 से 18 वर्ष तक के बच्चों को हाई रिस्क जोन में रखा गया है। तीसरी लहर से निपटने के लिए बहुत तैयारियां की जा रही हैं जिसमें बाल रोग विशेषज्ञों की भूमिका बेहद अहम रहने वाली है। प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर लगातार दौरे पर हैं। उन्होंने प्रत्येक जिलों में बच्चों के लिए आईसीयू बेड बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि अधिक से अधिक अभिभावकों को वैक्सीनेट करके हम बच्चों तक पहुंचने वाले संक्रमण को रोक सकते हैं।