अब गाँव-गाँव पल्स ऑक्सीमीटर से होगी कोरोना स्क्रीनिंग

संवाददाता  मार्कंडेय शुक्ला  

रीडर टाइम्स

* शारीरिक ऑक्सीजन स्तर से प्राथमिक कोरोना संक्रमण का पता चलेगा।
* आशा, एएनएम व फील्ड वर्कर पल्स ऑक्सीमीटर से करेंगें कोरोना स्क्रीनिंग।

लखनऊ : प्रदेश में कोरोना का मीटर बहुत तेज़ी से भाग रहा है, बाराबंकी में हुए अब तक के सबसे बड़े कोरोना विस्पोट में 95 नए मामले एक साथ एक दिन में सामने आये हैं, जिनमें से अधिकतर प्रवासी मज़दूर हैं. प्रवासियों के प्रदेश आगमन से कोरोना ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है, साथ ही साथ कोरोना टेस्टिंग भी एक बहुत बड़ी चुनौती साबित हो रही है. प्रदेश में अब तक लगभग 20 लाख से ज़्यादा मज़दूर आ चुके हैं और सभी की टेस्टिंग कर पाना संभव नहीं है, क्यूंकि न तो इतनी टेस्टिंग कीटस उपलब्ध हैं, न इतने बड़े स्तर पर टेस्टिंग स्टाफ है। अभी तक जो प्रवासी आ रहे हैं, उनकी जिले स्तर पर थर्मल स्क्रीनिंग करा ली जाती है, और जिनके लक्षण दिखाई देते हैं, उन्हें टेस्टिंग के लिए भेज दिया जाता है।टेस्टिंग को एक स्तर और आगे बढ़ाते हुए प्रदेश सरकार ने अब एक नया फार्मूला निकला है। कोरोना संभावित प्रवासी कामगारों का सर्वेक्षण करने वाली सभी आशा वर्कर, एएनएम और फील्ड कर्मचारियों को पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिससे स्क्रीनिंग के समय व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली जा सके। इससे प्राथमिक स्तर पर कोरोना के संक्रमित लोगों के बारे में पता लगाया जा सकता है, साथ ही साथ आशा , एएनएम व फील्ड वर्कर की मदद से एक बहुत बड़े तबके जोकि ग्रामीण अंचलों में आ रहे हैं, उनके बारे में संक्रमण सम्बंधित जानकारी एकत्रित करी जा सकेगी। बताते चलें की प्रदेश में ग्रामीण स्तर पर आशा, एएनएम व फील्ड वर्कर बहुत गहरी पकड़ रखते हैं और गावों में हर परिवार तक इनकी पहुँच होती है, जिसका लाभ सरकार ने उठाने के लिए योजना बनायीं है।

अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को लोक भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया कि प्रदेश में 11 मई से एक्टिव केस कम हैं और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने का क्रम जारी है।अभी तक मिली रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में 1955 एक्टिव केस हैं। इलाज के बाद 2918 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं, जबकि 123 की मौत हो चुकी है.आरोग्य सेतु एप से मिले एलर्ट से स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम द्वारा 30,780 फोन कॉल किए गए। इनमें से 326 लोगों को क्वारंटीन किया गया और 71 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। 41 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।