अखिलेश यादव ने “बर्ड फ्लू” को लेकर योगी सरकार को दिए कुछ सुझाव


शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) ने बर्ड फ्लू (Bird Flu) को लेकर एडवाइजरी जारी की है. इसमें जिलों के अधिकारियों को सुरक्षा के उपाय और अफवाहों से निपटने के लिए तैयार रहने का कहा गया है. इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव  ने बर्ड फ्लू को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को सलाह दी है. अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि सरकार बर्ड फ्लू से बचने के लिए अग्रिम तैयारी करे. जनता इससे कैसे बचे, इसका प्रचार-प्रसार करे.

अखिलेश ने ट्वीट किया है, “उप्र की सरकार देश के कई राज्यों में फैल चुके ‘बर्ड फ्लू’ से बचने के लिए अग्रिम तैयारी करे व जनता इसके दुष्प्रभाव से कैसे बचे इसका प्रचार-प्रसार करे. कोरोना के साथ बर्ड फ्लू का अतिरिक्त बोझ उठाना पहले से ही दिन-रात काम कर रहे चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफ़ के लिए बड़ी चुनौती होगा.”

दुनिया भर अभी तक कोरोना की ही कहानी चल रही थी और अब ये ‘बर्ड फ्लू’ भी चल गया। व्यक्तियों को धीरे धीरे हर मुश्किल परिस्थियों का सामना करना पड़ रहा हैं। केरल के अलपुज्जा से शुरू हुए बर्ड फ़्लू के ख़तरे को देखते हुए यूपी के पशुधन विभाग ने पूरे प्रदेश के लिए एडवाइज़री जारी कर दी है, इसमें सभी ज़िलों को निर्देश दिए गए हैं कि पक्षियों के पानी पीने के जलाशयों पर नज़र रखा जाए. अगर कोई बाहरी पक्षियों का झुंड पानी पीने के लिए आता है । तो उस पर नज़र रखी जाए. जलाशयों में पानी पीने के बाद अगर कोई पक्षी मृत पाया जाता है तो फ़ौरन उसकी फॉरेंसिक जांच के लिए लैब में भेजा जाये । बाहर के राज्यों से आनेवाले पक्षियों खासकर कुक्कुट यानि मुर्गियों को लेकर आने वाली गाड़ियों की जांच की जाए. अगर कोई पक्षी बीमार या मृत पाया जाता है तो उसे प्रदेश की सीमा में प्रवेश न दिया जाए. मुर्ग़ा मंडियों को हफ्ते में एक दिन बंद रखा जाए और उस दिन मंडी की पूरी साफ़ सफ़ाई की जाए.सभी बर्ड सैंक्चुरी और पक्षी पार्कों की सूची बनायी जाये जहां पर प्रवासी पक्षी आते है । वहीं पर भारत सरकार की संक्रमण को लेकर गाइडलाइन्स को पूरी तरह से पालन कराया जाये और संक्रमण रोकने के तरीक़ों को इस्तेमाल किया जाये.सभी ज़िलाधिकारी ये सुनिश्चित करें कि उनके ज़िलों में फेसमास्क और पीपीई किट की कमी ना हो। इसका ज़रूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जाये। सभी ज़िलों में मुर्ग़ा और उसके उत्पादों के इस्तेमाल के लिये जन जागरण अभियान चलाया जाये. किसी भी तरह की अफ़वाह को ना फैलने दिया जाये ।