बच्चे के जन्म के बाद कैसे बनाएं अपनी सेक्स लाइफ बेहतर?

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
बच्चे के जन्म के बाद कई कपल्स की सेक्सुअल लाइफ अस्त – व्यस्त हो जाती है। वे नई जिम्मेदारियों और घर के कामों में इतना उलझ जाते हैं कि उनकी सेक्सुअल लाइफ पीछे छूट जाती है। लेकिन एक अध्ययन के अनुसार, अपनी सेक्सुअल लाइफ को दोबारा रोमेंटिक करने के लिए कुछ सिम्पल बातों को अपनाने से उनकी लव लाइफ फिर से मसालेदार बन सकती है। जानने के लिए पढ़िए यह आर्टिकल…

देखा जाये तो आजकल के कपल्स शादी होने के बाद काफी टाइम तक बच्चा पैदा करने के लिए नहीं सोचते हैं। क्योकि शादी के बाद छोटे बेबी में माता पिता इस तरह से व्यस्त हो जाते हैं की उन्हें अपनी सेक्स लाइफ के बारे में नहीं सोच पाते हैं की सेक्स लाइफ ही लाइफ और बेहतर बन जाती हैं जोकि जिम्मेदारियों के बीच छुप जाती हैं। जिससे सेक्स लाइफ पर प्रभाव पड़ता हैं। जिसके काफी कारण होते हैं। जैसे ….

अन्य निष्कर्ष के अनुसार :- अध्ययन के अन्य निष्कर्ष के अनुसार,बच्चों की जिम्मेदारियों को शेयर न करने वाले कपल्स की तुलना में बच्चों की जिम्मेदारियों को शेयर करने वाले कपल्स के लड़ने की संभावना कम थी और उनकी सेक्सुअल लाइफ काफी अच्छी और रिश्ते ‘उच्च गुणवत्ता’ वाले थे।

किस प्रकार किया गया अध्ययन :- रिश्ते जहां महिलाओं ने बच्चों की देखभाल की अधिकांश जिम्मेदारियों (कम से कम 60 प्रतिशत) को संभाला, वे रिश्ते जहां पुरुषों ने ज्यादा जिम्मेदारियां संभाली और वे रिश्ते जहां कपल्स ने जिम्मेदारियों को लगभग समान रूप से विभाजित किया था।

दिलचस्प तथ्य :- दिलचस्प बात यह है कि इस व्यवस्था में, वे कपल्स जो समान रूप से बच्चों के देखभाल संबंधी जिम्मेदारियों को शेयर करके किया करते थे, वहां ज्यादातर काम पुरुष करते थे और पत्नी के साथ उतना ही सेक्सुअल रिलेशन भी बनाते थे। हालांकि, ऐसे पुरुषों ने सेक्स लाइफ की क्वालिटी निम्नतम होने की सूचना दी और उनकी महिला पार्टनरों ने सेक्स लाइफ की उच्चतम गुणवत्ता की सूचना दी।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स :- जिम्मेदारियों को साझा करने से माता-पिता दोनों को बराबर जिम्मेदारियां मिलती हैं, जिससे उन्हें ‘इक्वल’ महसूस होता है और उनमें से किसी को भी ज्यादा काम नहीं करना पड़ता है। इसके अलावा, कई कपल्स जिम्मेदारियों का स्पष्ट रूप से सीमांकन करना पसंद करते हैं और एक नियोजित और उम्मीद के मुताबिक दिनचर्या को पसंद करते हैं।

यहां वही है जो सबसे ज्यादा मायने रखता है :- जिम्मेदारियों को कैसे बांटा जाना चाहिए, इसके बारे में कोई निश्चित गाइडलाइंस निर्धारित नहीं है, और प्रत्येक दंपति को उस व्यवस्था का चयन करना चाहिए जो उनके लिए सबसे अच्छा काम करता हो। साथ ही, यहां थोड़ी एक्सट्रा जानकारी दी गई है। अध्ययनों के अनुसार, महिलाओं को ऐसे पुरुष की तलाश रहती हैं जो बच्चों के साथ मिलनसार और उन्हें संभालने में निपुण होते हैं, और जो इस प्रकार के नहीं होते हैं उनकी तुलना में अधिक आकर्षक होते हैं। क्या यह पुरुषों के लिए घर के कामों को सीखने और बच्चों की देखभाल संबंधी जिम्मेदारियों को बांटकर करने के लिए तैयार रहने का पर्याप्त कारण नहीं है?