ऐसे लोग सैनिकों की ‘मदद’ में लगा रहे सेंध

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फोटो साभार जागरण

पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत पर पूरा देश दुखी और आक्रोशित है पूरा देश इस हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों की मदद करना चाहता है . लेकिन कुछ बेशर्म लोग शहीदों के घर वालों की मदद के नाम पर अपने बैंक अकाउंट में लोगों से पैसे दान ले रहे हैं . सोशल मीडिया पर भारतीय सैनिकों के युद्ध में घायल होने या शहीद होने पर उनके लिए एक बैंक अकाउंट खोलने का जिक्र है . इस बैंक खाते में ₹1 से लेकर जितनी भी लोग अपनी क्षमता के अनुसार मदद कर सकते हैं . उतनी मदद देने के लिए कहा गया है . यह खाता नई दिल्ली के सिंडीकेट बैंक का है. सोशल मीडिया पर शहीद परिजनों और सैनिकों की मदद के लिए एक मैसेज वायरल हो रहा है. वायरल मैसेज में आर्मी वेलफेयर के बैंक एकाउंट को हटाकर मेरठ के एक व्यक्ति ने अपना खाता नंबर और आइएफएससी कोड लगा दिया. यह फर्जी मैसेज पूरे देश में सोशल साइटों पर वायरल हो रहा है. मामला सामने आने पर मेरठ के सिंडिकेट बैंक ने उक्त व्यक्ति का खाता ब्लॉक कर दिया है.

यह खाता नई दिल्ली सिंडिकेट बैंक का है . वायरल मैसेज में आर्मी के दिल्ली हेडक्वार्टर के खाते और आइएफएससी कोड को मेरठ के योगेश कुमार नाम के व्यक्ति ने बदल दिया है . योगेश कुमार के बैंक खाते वाला मैसेज पुलवामा की घटना के बाद तेजी से वायरल हो रहा है . इसकी सूचना मिलते ही सिंडिकेट बैंक के अधिकारियों के कान खड़े हो गए. बैंक ने तुरंत इस खाते को ब्लाक कर दिया है. योगेश कुमार अभी नोएडा में है. उसके दिए गए नंबर पर बैंक के अधिकारी संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं .

मेरठ सिंडिकेट बैंक में योगेश कुमार ने वायरल मैसेज पर आर्मी खाते की जगह जिस खाते को दिया है, वह खाता संख्या 88312200146028 है, आइएफएससी कोड एसवाईएनबी 00088831 है। इस खाते में 15 हजार रुपये हैं। इसमें दो दिन के भीतर ही कुछ लोगों ने पैसा डाला है। यह फर्जीवाड़ा तुरंत पकड़ा गया वरना इस खाते में दान देने वाले लोग समझते कि उन्होंने शहीदों के सैनिक परिवार की मदद की है.

फर्जीवाड़े की सूचना मिलते ही हमने खाता ब्लाक कर दिया है। खाता मेरठ के योगेश कुमार के नाम से है, उसने खाते में नोएडा का पता अपडेट किया है . पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई है .
-आई जगदीशन, क्षेत्रीय प्रबंधक, सिंडिकेट बैंक, मेरठ

ऐसा किसी ने किया है तो यह देशद्रोह जैसा मामला है. बैंक ने अभी तक पुलिस से यह शिकायत नहीं की है। शिकायत मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.
-रामकुमार वर्मा, आइजी मेरठ रेंज