यौन संबंध में आप और आपके पार्टनर : क्या करें और क्या न करें … कुछ ज़रूरी टिप्स ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
शारीरिक संबंध दो शरीरों का ही नहीं दो भावनाओं का और आत्मा का भी मेल है।
दोनों पात्र के सहमत होने की आवश्यकता है, चाहे वह शारीरिक हो या भावनात्मक।

सेक्स हम सब की ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा है लेकिन इसके बारे में अभी भी बहुत सी बातें हैं जिनकी जानकारी ज़रूरी है। अक्सर देखा जाता है कि सेक्स के विषय में बात करना लोगों के लिए शर्मनाक और डराने वाला हो सकता है। लेकिन यह मज़ेदार और सुखद भी हो सकता है, और आपके सेक्स जीवन को और अधिक आकर्षक बनाने में मदद कर सकता है। हम खुद ही सुनिश्चित नहीं कर पाते कि कब क्या बोलना है? या क्या कहना है? कोई समस्या है तो उसका क्या समाधान हो सकता है? या अपनी बातें किस व्यक्ति से साझा कर सकते हैं, ऐसे ही अन्य चिंता के विषय हमारे दिमाग में आते रहते हैं।

सेक्स के समय कब, क्या कहना चाहिए:

सेक्स के वक़्त क्या करें :- यदि आपको ऐसा लग रहा है कि आपका संबंध सेक्स की तरफ अग्रसर हो रहा है, और आपको यह भी महसूस हो रहा है के आपका साथी भी इसके लिए तैयार है, तो आप अपनी बातें खुलकर साझा कर सकते हैं। नहीं तो आप बिस्तर पर होंगे और आपको पता नहीं होगा कि क्या एक्सपेक्ट करना है और क्या करना है। आप अपनी सोच के दायरे को तोड़ कर अपने विचारों को दिशा दे सकते हैं, उदाहरण के तौर पर, आप ये बता सकते हैं कि हम दोनों बिस्तर पर सम्भोग की दशा में सुखद अनुभूति प्राप्त कर सकते हैं,

ऐसी कई बातों से पहल की जा सकती है कि आप अपनी चॉइसेस को प्रकट कर सकते हैं कि आप क्या चाहते हैं। इन बातों को बताते समय आप अपने साथी की प्रतिक्रिया पर भी नज़र रखें, कि वो आपकी बातों में इच्छुक है या नहीं, तो आप समझ सकते हैं कि आपका साथी अभी मौजूदा समय में इन सब बातों से या यौन संबंध बनाने के लिए सहज नहीं है

इस विषय को खुला रखने की कोशिश करें और इसके बाद अगर आपका साथी आपकी बातों से सहमत हो तो आगे बढ़ें और बात करें कि हम सुरक्षित सेक्स सम्बन्ध कैसे बना सकते हैं, उसको असुरक्षित यौन सम्बंध के बारे में जागरूक करें। गर्भावस्था से बचने के लिए और यौन संचारित रोगों के जोखिम और उनसे बचने के उपाय के बारे में बातें साझा करें। कॉन्डोम और अन्य गर्भ निरोधक तरीको के विकल्पों

सेक्स में ‘ना’ कहने से पीछे न हटें :- यदि आपको लगता है कि आप सेक्स करने के लिए मानसिक या शारीरिक तौर पर तैयार नहीं हैं तो आपको अपने साथी को यह स्पष्ट कर देना चाहिए के आप इस समय किस स्तिथि में हैं, और आप अभी शारीरिक संबंध बनाने के मूड में नहीं हैं।
सेक्स के समय क्या न करें :- यदि आप अपने यौनिक जीवन से संतुष्ट नहीं हैं या आप अपने साथी के साथ असहज महसूस करते हैं, तो ध्यान रखिए, ऐसी बातों को साझा करने में पीछे ना हटें, लेकिन इन बातों को सही समय पर साझा करें। उदाहरण के तौर पर ऐसा – जब आप दोनों के बीच कोई तनाव न हो और न तनावपूर्ण स्तिथि और फिर बातचीत को धीरे से शुरू करें। इस तरह आप अपने पुराने मनमुटाव की तरफ अग्रसर नहीं होंगे।

ना’ को ‘हां’ के रूप में लेना व्यर्थ है :- जब कोई कहता है कि ‘नहीं’, तो उनकी पसंद का सम्मान करना और उन्हें वह स्थान और समय देना चाहिए जिसकी उन्हें आवश्यकता है। यदि आप अपनी बात का पछतावा बाद में करते हैं तो ये गलत है और इसका कोई फायदा नहीं।