जयपुर शहर में कही भी गंदगी मिली तो सम्बन्धित पर कार्यवाही होगी-आयुक्त नगर निगम जयपुर ग्रेटर

ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स न्यूज़

जयपुर : शहर में कही भी गंदगी मिली या डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था सुचारू नहीं मिली तो सम्बन्धित अधिकारी एवं कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। बुधवार को नगर निगम मुख्यालय के ईसी हॉल में आयोजित समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुये आयुक्त नगर निगम जयपुर ग्रेटर दिनेश कुमार यादव ने कहा कि सफाई के मामले में जरा सी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। शहर को साफ रखना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है और जो अधिकारी कर्मचारी इस काम में लापरवाही बरतेगे उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

उन्होंने राजस्व बकायादारों को नोटिस वितरित करने के मामले में कम प्रगति होने पर नाराजगी जताते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी बकायादारों तक बकाया के नोटिस पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि केवल नोटिस देना ही पर्याप्त नहीं है। नोटिस देने के बावजूद जिन लोगों द्वारा यूडी टैक्स, लीज या अन्य टैक्स नहीं दिया जा रहा है उनकी सम्पत्ति की कुर्की की कार्यवाही के लिये पत्रावली भेजे।

आयुक्त ने सभी जोन उपायुक्तों को निर्देश दिये कि अवैध निर्माण के मामलों पर सख्ती बरते और तत्काल कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि कार्यवाही करने में देरी नहीं करे। बिना सेटबैक छोड़े या सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण करने वालों को सख्ती से रोका जाये और नियमानुसार कार्यवाही की जाये। नगर निगम जयपुर हैरिटेज आयुक्त लोकबन्धु ने कहा कि कुछ सफाई कर्मचारियों के लगातार अनुपस्थित रहने की शिकायत मिलती है। ऎसे मामलों में सम्बन्धित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाये।

उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि पीएमओ, सीएमओ, सम्पर्क पोर्टल एवं हैल्पलाईन पर दर्ज प्रकरणों का अगले तीन दिवस में निस्तारण कर पैन्डेंसी को शून्य करे। विधानसभा प्रश्नों, मानवाधिकार आयोग तथा आरटीआई से सम्बन्धित प्रकरणों का तत्काल जबाव तैयार कर भिजवाने के निर्देश भी उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित अधिकारी प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट दर्ज प्रकरणों को देखे और उनका उसी दिन समाधान करवाये ताकि आमजन को राहत मिल सके और पैन्डेंसी भी ना बढ़े।

समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा-निर्देशों का व्यापक प्रचार-प्रसार करवाया जाये। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण वाले हूपरों के माध्यम से कोरोना जागरूकता से सम्बन्धित जिंगल्स/संदेशों का प्रसारण करवाया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रतिदिन इसकी रिपोर्टिग की जाये कि कितने हूपरों के माध्यम से कोरोना से बचाव के संदेश प्रसारित करवाये जा रहे है। इसके साथ ही जिन हूपरों के पब्लिक ऎड्रेसिंग सिस्टम कार्यरत नहीं है उन्हें तत्काल सही करवाने के निर्देश भी बैठक में दिये।

नगर निगम द्वारा लॉकडाउन के दौरान जिन सब्जी विक्रेताओं को अनुमति पत्र जारी किये गये थे उनका कोरोना टेस्ट करवाने के निर्देश बैठक में दिये गये। उपायुक्त स्वास्थ्य को निर्देश दिये गये है कि शीघ्र ही इन सब्जी विक्रेताओं का टेस्ट करवाये ताकि ये सुपर स्प्रेडर ना बने। बैठक में निर्देश दिये गये कि जोन उपायुक्त गुरूवार तक इंदिरा रसोई के लिये उपयुक्त स्थान चिन्हित करे। यह स्थान ऎसा होना चाहिए जहां इंदिरा रसोई स्थापित होने पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिल सके। इस दौरान अतिरिक्त आयुक्त अरूण गर्ग सहित सभी उपायुक्त, राजस्व अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।