सबसे कम उम्र की पीएचडी स्कॉलर वंडर गर्ल – जाह्नवी पंवार

रीडर टाइम्स डेस्क
जाह्नवी पंवार भारत की सबसे कम उम्र की पीएचडी स्कॉलर हैं उन्होंने मात्र 13 साल में 12वी ,16वी में ग्रेजुएशन पूरा किया। उनकी अद्भुत उपलब्धियों के कारण लोग उन्हें प्यार से वंडर गर्ल कहते हैं
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हरियाणा के लिए एक गौरवमई खबर सामने आई हैं वंडर गर्ल के नाम से मशहूर पानीपत के समालखा की जाह्नवी पंवार को मात्र 21 साल की आयु में आईआईटी दिल्ली पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन मिला हैं। इसके साथ ही जाह्नवी वर्तमान में देश की सबसे कम उम्र की पीएचडी स्कॉलर बन गई हैं उन्होंने देश भर से चुने गए मात्र पांच चयनित उम्मीदवारों के बीच अपना स्थान बनाया हैं जाह्नवी पंवार ने बताया की वह फोक लिटरेचर में रिसर्च करेगी

बहुभाषा प्रतिभा और सोशल मिडिया स्टार –
जाह्नवी सिर्फ पढ़ाई में ही नहीं बल्कि भाषाओ में भी माहिर हैं उनके पिता के अनुसार ,जाह्नवी को 9 देशो की अंग्रेजी बोलने का हुनर हैं वह 9 अलग -अलग लहजो में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती हैं उनके पास फ्रेंच का सर्टिफिकेट हैं।

महज १४ साल की आयु में जाह्नवी ने आईआईएलटीएस की परीक्षा डी थी और इसमें साढ़े आठ बैड रैक हासिल किया वे आज इसकी ट्रेनर की हैं जाह्नवी पढाई के साथ सोशल मिडिया प्लेट फॉर्म पर भी सक्रिय हैं यूट्यूब पर जाह्नवी पँवाए के नाम से एक चॅनल हैं जो जिसमे 2.27 मिलियन से अधिक सब्क्राइबर और नौ लाख से अधिक इंस्ट्राग्राम पर फ़ॉलोअर्स हैं।

भविष्य का सपना – भाषा के जरिये जागरूकता
जाह्नवी पंवार पीएचडी 2025 के बाद नौकरी नहीं करेगी उनका सपना हैं कि देश के बच्चो और युवाओ कि मातृभाषा के साथ अंग्रेजी है सही ज्ञान देना वह चाहती हैं कि हर बच्चा अपनी भाषा और अंग्रेजी में आत्मविश्वास के साथ संवाद करे।

उनकी यह सोच समाज में बदलाव लाने वाली हैं जाह्नवी कि कहानी म्हणत ,लग्न और बड़े सपनो कि मिसाल हैं। वह पानीपत कि वंडरगर्ल के नाम से मशहूर हैं उनकी उपलब्धियों हरियाणा और देश के लिए गर्व का विषय हैं।