शेयर बाजार में गिरावट से मचा हाहाकार

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हफ्ते के शुक्रवार के आखिरी कारोबारी दिन भी शेयर बाजार में गिरावट का दौर कायम रहा। केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा पेट्रोल व डीजल की कीमतों में 5 रुपये की कटौती का ऐलान करने को बाजार ने निराशा से लिया। तेल कंपनियों के शेयर 26 फीसदी गिर गए। वहीं रुपया भी डॉलर के मुकाबले 74 के करीब पहुंच गया।

 

 

सेंसेक्स 227 अंक की गिरावट के साथ 34,942 के स्तर पर और निफ्टी 120 अंक टूटकर 10,480 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। ऑयल एंड गैस, एफएमसीजी, मीडिया और मेटल शेयरों में दबाव नजरआता हुआ दिखाई दे रहा है। बीएसई का ऑयल एंड गैस इंडेक्स 11 फीसदी लुढ़का है। बैंक निफ्टी सपाट होकर 24,820 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

 

 

भारतीय शेयर बाजारों में लगातार चौथे हफ्ते गिरावट दर्ज की गई. अमेरिका और चीन के बीच के व्यापार संबंधों पर अनिश्चितता के साये में वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा, जिसका असर घरेलू बाजारों पर भी देखने को मिला. इसके अलावा, अमेरिकी फेड रिजर्व ने सोमवार (24 सितंबर) को प्रमुख ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी |

 

 

बाजार निवेशको का कहना है कि शुक्रवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा के नतीजे आने के बाद बाजारों को नई दिशा मिलेगी। भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हुई|
इससे निवेशकों ने सतर्कता का रुख अपनाया। माना जा रहा है कि मौद्रिक नीति समिति ब्याज दरों में चौथाई प्रतिशत की और वृद्धि कर सकती है।

 

 

नीलेश शाह का मानना है कि शयर बाजार रेपो रेट में 3-4 बढ़ोतरी मानकर चल रहा है. कच्चे तेल में तेजी से महंगाई का खतरा बना हुआ है, ऐसे में इस बार की पॉलिसी में दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी मुमकिन है |

 

 

मैक्स फाइनेंशियल, जीएसके फार्मा, वॉकहार्ट और अदानी पावर 9.9-6.2 फीसदी तक कमजोर होकर बंद हुए हैं. हालांकि मिडकैप शेयरों में एनएलसी इंडिया, जीई टीएंडडी इंडिया, जिंदल स्टील, आईडीबीआई बैंक और राजेश एक्सपोर्ट्स 6.8-1.9 फीसदी तक उछलकर बंद हुए हैं. स्मॉलकैप शेयरों में राज टेलिविजन, इंफीबीम, आशापुरा इंटीमेंट, भारतीय इंटरनेशनल और सैटिन क्रेडिट 18.3-9 फीसदी तक गिरकर बंद हुए हैं.हालांकि स्मॉलकैप शेयरों में आईएलएंडएफएस इंजीनियरिंग, जेट एयरवेज, आरएस सॉफ्टवेयर, आरपीपी इंफ्रा और स्पाइसजेट 20-8.9 फीसदी तक मजबूत होकर बंद हुए हैं |

 

 

गुरुवार का दिन भी शेयर बाजार के लिए कुछ बेहतर साबित नहीं हुआ है. गुरुवार को बाजार में शुरुआत से ही गिरावट थी. कारोबार के दौरान सेंसेक्स 850 अंक तक नीचे आया. हालांकि बीच में बाजार में गिरावट कम हुई |

 

 

लेकिन वित्त मंत्री अरुण जेटली की एक्साइज ड्यूटी घटाए जाने की घोषणा और इसका भार तेल कंपनियों पर भी डाले जाने के बाद तेल कंपनियों के शेयर धड़ाम हो गए और बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुआ |