निर्वाचित सांसद का जनता दर्शन देखिए

रिपोर्ट : देवेन्द्र पाण्डेय , रीडर टाइम्स

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बाराबंकी। माननीय नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री भारत सरकार ने निर्वाचित होने के बाद सार्वजनिक पहला भाषण उन्होंने दिल्ली में दिया था। उनके भाषण से खुश होकर इन्द्रदेव ने वर्षा रूपी फूल बरसाये थे एवं जनता ने भी फूलों से उनका स्वागत किया और उनके नाम के जयकारों से पूरा भारत गूंज उठा था। उसी समय उन्होंने कहा था कि इस फकीर की झोली में भारत की जनता ने अपना बहुमूल्य मत डालकर मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी है उसका मैं कर्तव्य से निर्वाहन करूंगा।

बाराबंकी सांसद उपेन्द्र रावत ने जनता दर्शन में एक वृद्ध महिला को सम्मान देकर अपने बगल में बैठाते है। उसके काम के बारे में पूछते हैं और उससे कहते है कि यह काम तभी हो पायेगा यदि तुम्हारे घर में कोई पढ़ा लिखा हो तो लेकर आओ। इतने में वृद्ध महिला निराश हो गयी और बताया कि साहब हमारे घर में जो पढ़े लिखे है वह हमसे दूर है। थोड़ी देर बाद वही वृद्ध महिला बाहर खडे़ एक लड़के को बुलाकर लाती है। निर्वाचित सांसद ने उस लड़के से कहा कि इनका कार्य आनलाइन करा दो। कार्य क्या था यह स्पष्ट नहीं हो सका।

लेकिन उल्लेखनीय बात यह है कि वह कल दिल्ली गये हुए थे वहां से लौटकर आये हुए थे। तनाव होने की वजह से उन्होंने उस वृद्ध महिला से जिस तरीके की राय दी है वह एक सांसद का कर्तव्य नहीं है। वहां उनके बहुत से कार्यकर्ता बैठे थे किसी को भेजकर व ऑनलाइन उसके मामले को करवाकर कार्य कर सकते थे। उनको बाराबंकी की पूरी जनता ने चुना है ढेर सारी व्यवस्था है उसके होते हुए भी उन्होंने टाल मटोल करके लगभग 80 वर्षीय महिला को घर का रास्ता दिखा दिया जो कि सराहनीय कार्य नहीं माना जायेगा।