प्रधानमंत्री ने अयोध्या पर अनावश्यक बयानबाजी से बचने के लिए सभी मंत्रियों से कहा

अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट सहयोगियों से इस मुद्दे पर अनावश्यक बयानबाजी से बचने और देश में सद्भाव बनाए रखने को कहा है।

सूत्रों ने बताया कि कैबिनेट मंत्रियों की बैठक में पीएम ने कहा कि अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है। ऐसे में देश में सद्भाव और शांति बनाए रखने की हम सभी की जिम्मेदारी है। इस मुद्दे पर सभी को अनावश्यक बयानबाजी से बचना चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस फैसले को हार और जीत के नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए। अयोध्या मामले में अगले हफ्ते फैसला आ सकता है क्योंकि मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई 17 नवंबर को अपने पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

हाल ही में ‘मन की बात’ में पीएम ने 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के अयोध्या मामले पर आए फैसले के बाद सरकार, राजनीतिक दलों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा अराजकता और हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों व कोशिशों को याद किया था। उन्होंने इसे देश की मजबूती के लिए एकजुट आवाज का उदाहरण करार दिया।

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान सत्तारूढ़ भाजपा के अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रवक्ताओं को अयोध्या मुद्दे पर भड़काऊ और भावनात्मक बयानों से दूर रहने की अपील के बाद आया है। पार्टी ने अपने सांसदों से शांति बनाए रखने के लिए अपने संसदीय क्षेत्रों का दौरा करने को भी कहा था।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पिछले दिनों अपने स्वयंसेवकों से भी ऐसी ही अपील की थी। संघ के शीर्ष नेताओं ने अपने प्रचारकों के साथ बैठक में उनसे अयोध्या मुद्दे पर पक्ष में फैसला आने पर जश्न नहीं मनाने की अपील की थी।

वरिष्ठ भाजपा और संघ नेताओं ने प्रसिद्ध व बुद्धिजीवी मुस्लिमों के साथ मंगलवार को मुलाकात की थी और दोनों पक्षों ने कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की बात कही थी। साथ ही देश में शांति व्यवस्था बनाए रखने में मदद की अपील की गई थी।