न्यायिक हिरासत में बंद जमाती नसीम अहमद की इलाज के अभाव में हुई मृत्यु,

 

संवाददाता  पंकज यादव 

रीडर टाइम्स

जौनपुर , केराकत रोड पर स्थित प्रसाद इन्स्टीट्यूट को जिला प्रशासन ने अस्थाई जेल बना रखा है जहा दिल्ली मरकज तथा अन्य जगह पर जमात मे शामिल होकर आए जमात के लोगो को क्वारंटाइन करने के साथ साथ न्यायिक अभिरक्षा मे भी रखा गया है। बीतीरात लगभग 1 बजे के आस पास इनमे से एक कथित जमाती नसीम अहमद की मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि ये पिछले 03 अप्रैल को क्वारंटीन किये गए थे। केराकत रोड पर स्थित प्रसाद इन्स्टीट्यूट को जिला प्रशासन ने अस्थाई जेल बनाया गया है, जहां दिल्ली मरकज तथा अन्य जगह पर जमात मे शामिल होकर आए जमातियों को क्वारंटाइन के साथ साथ न्यायिक अभिरक्षा मे भी रखा गया है। क्योंकि पुलिस प्रशासन इन लोगो पर लाकडाउन का पालन न करने तथा अन्य गम्भीर धाराओ मे मुकदमा पंजीकृत कर रखा है। वही उक्त क्वारंटीन सेन्टर मे आज दूसरी बार कोतवाली थाना क्षेत्र के फ़िरोशेपुर निवासी नसीम अहमद की तबियत अचानक खराब होने के कारण भर्ती कराया गया था। नसीम के परिजनों का कहना था कि अभी दो दिन पहले भी उन्हे हार्ट की परेशानी आई थी जिस कारण जिला अस्पताल से वो बी एच यू भेजे गये थे। लेकिन वहा उनको भर्ती नही किया गया। बल्कि इलाज़ करके छोड़ दिया गया था। वही जिला अस्पताल मे इमरजेंसी वार्ड मे तैनात एक चिकित्सक ने बताया कि यहा जिला अस्पताल मे कार्डियोलॉजी का न कोई डाक्टर है और नही कोई वार्ड ऐसे मे ऐसे गम्भीर मरीजो को हम मेडिकल कॉलेज रेफर कर देते है। मामले पर एस पी सिटी डॉ. संजय सिंह ने बताया कि जमातियों को संरक्षण देने मामले में मृतक नसीम अहमद पर दो मुकदमे दर्ज है।

जिसके कारण न्यायिक अभिरक्षा में रखा गया था। इलाज़ के लिए दो दिन पूर्व वाराणसी स्थित बी. एच. यू. भी ले जाया गया था। वही नसीम अहमद के परिजनों का कहना है कि वह मार्च के शुरूआती हफ्ते मे दिल्ली इलाज के लिए गये थे जहा इलाज के बाद वो जौनपुर लौट आए । उनको 14 दिन क्वारंटीन करने के बाद भी प्रशासन मुकदमे कर उलझाए हुए है उनका इलाज लखनऊ स्थित पी जी आई मे चल रहा था।