रिपोर्ट :- देवेंद्र पांडेय , बाराबंकी
सत्ताधारियों की सांठगांठ से चल रहा गोरख धंधा
कहते हैं सुबह सुबह गुनगुने पानी के सेवन से स्वास्थ्य ठीक रहता है, लेकिन बाराबंकी शहर में नियमों के विपरीत आपकी जेब में भोर से ही शराब परोस दी जाती है. अधिकारियों की नाक के नीचे हो रहे इस धंधे में शराब की बू के साथ आबकारी विभाग की सांठगांठ भी महकती हुई जान पड़ती है. बाराबंकी जजेस कंपाउंड के ठीक पीछे देशी शराब का ठेका संचालित किया जा रहा है जिसकी अनुज्ञापी अंजू सिंह हैं.
इस ठेके पर शराब सुबह 6:00 बजे से ग्राहकों के लिए उपलब्ध हो जाती है.नियमानुसार शराब की बिक्री के लिए समयकाल निर्धारित किया गया है, जोकि सुबह 12 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक है लेकिन यहाँ शराब के शौकीन सुबह से ही ठेके के बाहर जमा हो जाते हैं जिसके कारण आसपास रहने वाले आम शहरी आबकारी विभाग के नियमों की अनदेखी से काफी आक्रोशित है.
इस पर हमारे प्रतिनिधि ने जब खबर का संज्ञान लेते हुए कवरेज पर गया तो सत्ताधारी के पिट्ठुओं ने उसको धमकाते हुए प्रशासन को अपनी जेब में रखने की बात कही, जबकि गौरतलब यह भी है कि पत्रकारों का अपमान करना सांगेय अपराध की श्रेणी में आता है. समाज के प्रहरियों से टकराने वाले लोग बख्शे नहीं जाएंगे. समाज की सत्यता को उजागर करने के लिए पत्रकार अपना कदम उठाता है जिसकी कोई सुरक्षा व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं होती है. ऐसी स्थिति में सत्य प्रकाशित करने के लिए जो व्यक्ति व्यवधान पैदा करते हैं उनके खिलाफ सरकार व प्रशासन को त्वरित व सख्त कार्रवाई करना चाहिए.
ऐसे में नियमों के पालन की अपेक्षा भी प्रशासनिक अधिकारियों से की जाती है अब देखना यह है कि नियमों की उड़ रही धज्जियां को रोकने के लिए अधिकारी कब से कदम उठाते हैं.