मुजफ्फरपुर के बाद यूपी देवरिया के सेलटर हाउस में, सेक्स रॉकेट का हुआ भंडाफोड़, छुड़ाई 24 लड़कियाँ

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बिहार के मुजफ्फरपुर का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक ऐसा मामला सामने आया है| जहाँ कथित यौन शोषण का मामला सामने आया है| देवरिया जिले के मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान बालिका गृह से 24 लड़कियों और महिलाओ को आज़ाद कराया गया है| एक बच्ची की शिकायत पर एसपी ने बालिका गृह से कई लड़कियों को रेस्क्यू कराया है। फिलहाल संस्था को सील कर दिया गया है।

एसपी रोहन पी कनय ने रात पौने ग्यारह बजे पत्रकार वार्ता कर इस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बालिका गृह से भाग कर आई एक बच्ची ने झाड़ू पोछा कराने का आरोप लगाया था। उसी आधार पर पुलिस की चार टीमों ने महिला कांस्टेबल के साथ छापेमारी की| रविवार देर रात इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया, जबकि एक आरोपी फरार है। पुलिस का दावा है कि संस्था से अभी 18 लोग गायब हैं, जिनमें बालिका गृह की महिलाएं, लड़कियां और बच्चे शामिल हैं।

प्रारंभिक जाँच से शारीरिक शोषण की बात भी सामने आ रही है। पूरे मामले की छानबीन की जा रही है। एसपी ने कहा कि संस्था की रिकार्ड के अनुसार यहां 42 लड़कियां और महिलाएं थी। जिसमें से 24 मौके पर मिली हैं। अन्य कहां हैं पता लगाया जा रहा है। इसमें से 21 संस्था के स्टेशन रोड से और तीन रजला से बरामद हुई हैं।

महिला थाने पहुंची लड़की ने जो आपबीती सुनाई है वह बिलकुल मुजफ्फरपुर कांड से मिलती जुलती है| क्योकि लड़की ने कहा कि संस्था में एक दीदी हैं| जिन्हे बड़ी मैम रात को कहीं भेजती थीं| कभी लाल गाड़ी तो कभी काली गाड़ी आती थी उनको ले जाने और जब दीदी सुबह में आती तो सिर्फ रोती थीं| और कुछ भी पूछने पर बताती नहीं थी| हम लोगों से झाड़ू पोछा करवाया जाता था|

आपको बता दे कि शहर के स्टेशन रोड पर मां विंध्यवासिनी देवी समाज सेवा एवं प्रशिक्षण संस्थान के तत्वावधान में बाल गृह, बालिका गृह एंव शिशु गृह का संचालन होता है। करीब तीन वर्षों से इसे शासन से अनुदान नहीं मिल रहा था। इसका मामला कोर्ट में भी है। जिला प्रोबेशन अधिकारी अभिषेक पांडेय ने संस्था को अवैध बताते हुए नोटिस जारी की थी। करीब एक सप्ताह पूर्व उन्होंने पुलिस की मदद से यहां पर रखी गई लड़कियों को मुक्त कराने का प्रयास किया तो संस्था के लोग विरोध पर उतारू हो गए। जिसके बाद टीम को वापस लौटना पड़ा था।

दूसरी तरफ, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान को स्थगित कर दिया गया था| जब इस संस्था को बंद करने का आदेश हुआ था तब प्रशासनिक अधिकारी यहां गए तो संस्था की संचालिका ने उनके साथ बदतमीजी की थी| आज एक बच्ची थाने पहुंची और उसकी आपबीती पर कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं| 24 बच्चियों को सुरक्षित बचा लिया गया है| अभी संस्था की संचालिका गिरजा त्रिपाठी और उसके पति को गिरफ्तार किया गया है| मामले की जांच की जा रही है |