एक लाख से कम में तैयार हुई कोलकाता की बुलेट ट्रैन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलाने के लिए जपान से करार किया है, जापान ने बेहद कम ब्याज पर इस प्रोजेक्ट के लिए भारत को कर्ज दिया है, और इस पर काम किया जा रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं , अहमदाबाद और मुंबई में बुलेट ट्रेन चलने से पहले ही पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बुलेट ट्रेन चलती नजर आई है, आप सोच रहे होंगे इस बारे में पहले कोई खबर क्यों नहीं आई, दरअसल हम कोलकाता में चली जिस बुलेट ट्रेन की बात कर रहे हैं वह कोई असल बुलेट ट्रेन नहीं बल्कि उसका एक मॉडल है जो हू ब हू असल बुलेट ट्रेन की तरह बनाया गया है ,कोलकाता में एक दुर्गा पूजा पंडाल में इस बुलेट ट्रेन को रखा गया है।

 

 

देश में नवरात्र और दुर्गा पूजा की धूम मची हुई है, इस दौरान दुर्गा पूजा पंडालों बनाने के लिए कई नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं, भव्य और अपने आप में अनोखे दुर्गा पंडालों को बनाने के लिए मशहूर कोलकाता में ऐसे ही प्रयोग के तहत एक पंडाल में बुलेट ट्रेन चलाई जा रही है ,गुजरात के अहमदाबाद में प्रस्तावित बुलेट ट्रेन से पहले ये गौरव कोलकाता को मिल चुका है, नॉर्थ कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट पर बने इस पंडाल में बुलेट ट्रेन की प्रतिलिपि तैयार की गई है |

 

 

14 अक्टूबर से इस बुलेट ट्रेन को दर्शकों के लिए रखा गया है, जिसे देखकर दर्शकों में काफी उत्साह है ,जानकारी के मुताबिक, इसे बनाने में 70 हजार रुपए की लागत लगी है |

 

दुर्गा पूजा के अनोखे रंग

 

 

वहीं कोलकाता में ही हल्दी की गांठ और हल्दी पाउडर से दुर्गा पूजा का पंडाल तैयार किया गए है, कोलकाता के संतोषपुर लेक पल्ली में बने इस पंडाल को तैयार करने में चार हजार किलो हल्दी की गांठों और हजार किलो हल्दी पाउडर का इस्तेमाल किया गया है |

 

 

कोलकाता में ही दो दुर्गा पूजा पंडालों में ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म पद्मावत में दिखाए गए राजस्थान के इस मशहूर चित्तौड़गढ़ के किले की प्रतिकृति तैयार की गई है, पंडाल सजाने वाले आयोजकों श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब और मोहम्म्द अली पार्क पूजा कमेटियों का कहना है, कि इस थीम को चुनने की अपनी खास वजह है |

 

 

श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब के मुताबिक, जब पद्मावत का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पूरे देश में फिल्म का प्रदर्शन रोकने की धमकी दे रहे थे, उस वक्त पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने फिल्म निर्माताओं को सुरक्षा देने और पूरे बंगाल में फिल्म के प्रदर्शन का आश्वासन दिया था |

 

 

कोलकाता में करीब 3000 पूजा पंडाल हैं, और सभी गांवों में कुल मिलाकर करीब 25,000 पूजा पंडाल होंगे, कोलकाता नगर निगम के हर पूजा पंडाल को 10 हजार रुपए दिए जाएंगे, इसी तरह पर्यटन विभाग, उपभोक्ता मामलों के विभाग, स्वयं सहायता समूहों को भी 10-10 हजार रुपए दिए जाएंगे, कुल मिलाकर 28 करोड़ रुपए की सहायता दी जाएगी |