दूसरे के अपराधों की सजा भुगत रहा सुल्तान,आरोपी बद्री द्वारा नही करने दी जा रही खेती

ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स

पीड़ित की जमीन पर कब्जा करने की नियत से आरोपी द्वारा नही करने दी जा रही खेती,पुलिस नही कर पा रही है कार्यवाही

अलवर : आधुनिक युग मे भी किसी अन्य रिश्तेदार द्वारा किए अपराध की सजा आजकल परिवार के अन्य सदस्यो को भी भुगतना पड़ रहा है औऱ कानून के रखवाले मात्र खानापूर्ति में लगे है।ऐसा ही एक मामला सामने आया है राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ तहसील के ग्राम प्रतापपुरा निवासी सुल्तान मीणा का ।सुल्तान का कसूर बस इतना सा है कि वह अपने बड़ा भाई के पोते का काका लगता है ।जानकारी के अनुसार सुल्तान मीणा की ग्राम बालोटा तहसील मालाखेड़ा जिला अलवर में पुश्तैनी खाता बन्दी की जमीन है ।पीड़ित सुल्तान की जमीन के पड़ोस में कुछ दूरी पर आरोपी बद्री गुर्जर अपने परिवार के साथ रहता है।बद्री गुर्जर का सुल्तान के बड़े भाई के पोते के साथ रुपये के लेंन देन को लेकर विवाद चल रहा है ।

सुल्तान मीणा ने बताया कि “कालू मीणा पुत्र नरपत मीणा, भीम पुत्र लालाराम मीणा,लोकेश पुत्र सीताराम मीणा तथा घमण्डी मीणा पुलिस कर्मचारी अलवर के द्वारा सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर रामरतन गुर्जर से रकम ली गई ।इस पर रामरतन गुर्जर ने थाना मालाखेड़ा में मु.न.301/19 धारा 420,406,467,468,471 व 120 आईपीसी दिनाँक 8 जुलाई 2019 को दर्ज करवाया गया और कालू मीणा की तरफ से भी इस संबंध में मुकदमा दर्ज करना ज्ञात हुआ जिनमे सम्बंधित पुलिस थाना में कार्यवाही चल रही है ।कालू मीणा मेरे बड़े भाई का पोता है जिसकी अलग परिवार व जमीन जायदाद सम्पत्ति है ।”सुल्तान मीना ने कहा कि “मुझे व मेरे परिवार के सदस्यों को इन लोगों के बीच रुपये के लेनदेन की कोई जानकारी नही थी ।यह रकम कब दी व किसके बीच मे दी व किस कारण से दी इसका भी मुझे पता नही है ।थोड़ी बहुत जानकारी भी मुझे तब मिली है जब इस विषय मे रामरतन के द्वारा कालू मीना व अन्य पर मुकदमा दर्ज करवाया गया। मेरे इसमे कोई भूमिका नही है व मुझे व मेरे परिवार के लोगो को इसमे रामरतन व बद्री गुर्जर द्वारा अनावश्यक ही घसीटा जा रहा है।”

सुल्तान मीणा ने कहा कि “जब वह अपनी खाताबन्दी जमीन 3210/3677,3355 व 3335 ग्राम बालोट तहसील मालाखेड़ा, जिला अलवर पर अपने खेत की जुताई करने जाता है तो उक्त जमीन के पास पड़ोस में स्थित रामरतन गुर्जर के पिता बद्री गुर्जर द्वारा खेतो की जुताई नही करने दी जाती है बद्री गुर्जर व उसके परिवार के सदस्य मेरी खाताबन्दी जमीन पर नाजायज जबरदस्ती घुसकर कब्जा कर 18 लाख रुपये वापिस दिलवाए जाने का दबाव बना रहे है जबकि उक्त रुपये के लेनदेन में वह शामिल नही रहे हैं ।सुल्तान ने कहा कि वह एक गरीब काश्तकार है जिसके परिवार का भरण पोषण ही कृषि से होता है बद्री व उसके परिवार के लोग मेरी जमीन पर नाजायज जबर्दस्ती कब्जा कर फसल को नुकसान पहुँचा रहे है मुझे न्याय दिलाया जाए ।

सुल्तान ने कहा कि उसने इस सम्बंध में सीएम हेल्पलाइन पर ईमित्र के जरिए व मालाखेड़ा थानाधिकारी व ईमेल के द्वारा मुख्यमंत्री,गृहमंत्री राजस्थान सरकार व अलवर जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक अलवर को शिकायत दर्ज करवाई है परंतु उसे कोई न्याय नही मिल रहा है।सुल्तान ने कहा कि उसने बद्री गुर्जर के व उसके परिवार के सदस्यों पर कानूनी कार्यवाही की मांग की है ।इस सम्बंध में वस्तुस्थिति की जानकारी के लिए जब रीडर टाइम्स प्रतिनिधि द्वारा मालाखेड़ा थानाधिकारी राजकुमार से बात की गई तो उनका कहना है कि “बद्री गुर्जर व उसके परिवार के सदस्यों को सुल्तान मीणा व उसके परिवार को नाजायज परेशान न किए जाने हेतु पाबन्द किया जा चुका है ।”

अब सवाल यह है कि यदि पुलिस द्वारा बद्री गुर्जर व उसके परिवार के सदस्यों को सुल्तान को नाजायज परेशान न किए जाने हेतु पाबन्द किया गया है तो फिर क्यों बद्री व उसके परिवार के सदस्य सुल्तान को उसकी पुश्तैनी खाताबन्दी की जमीन पर खेती नही करने देकर उस पर कब्जा करने का प्रयास कर कानून हाथ मे लेने का प्रयास कर रहे है इसलिए इस सम्बंध में पुलिस को तत्काल उचित कार्यवाही करते हुए सुल्तान व उसके परिवार को न्याय दिलाने की आवश्यकता है।