महिलाओं की जिंदगी में ‘कामसूत्र’ की क्या है भूमिका

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

कामसूत्र में स्त्री-पुरुष के शारीरिक संबंधों के बारे में बताया गया हैं। उस युग में स्त्री को एक भोग्या की तरह समझा जाता था, और बिस्तर पर उसकी स्थिति एक वस्तु से अधिक कुछ नहीं थी। लेकिन आज का युग और समय दोनों अलग है। आज स्त्रियां भी अपने पार्टनर से खुलकर अपनी यौन इच्छा के बारे में बात कर सकती हैं, अपनी इच्छानुसार सेक्स कर सकती हैं, अपनी पसंद-नापसंद के बारे में बता सकती हैं। और तो और पुरुष भी अब महिलाओं की इच्छा का सम्मान करने लगे हैं। एक नजर सेक्स को लेकर वर्तमान समय में स्त्रियों की स्थिति पर। जिसमें स्त्रियों को 64 कलाओं जैसे- पुरुषों को लुभाने-रिझाने, नृत्य, संगीत, अदाएं दिखाने में माहिर होने की सीख दी है, जिससे कि वे पुरुषों को ज्यादा से ज्यादा अपनी ओर आकर्षित कर सकें।

​: – स्त्रियों को संतुष्टि प्रदान करने वाले सेक्स आसन
कामसूत्र के अनुसार, स्त्रियों के लिए सबसे अच्छे सेक्स आसन वे होते हैं, जो उसे पूरी तरह संतुष्टि महसूस करा सकते हैं। स्त्री अपने पुरुष साथी की गोद में बैठे, दोनों का चेहरा आमने-सामने हो, जिससे संभोग का आसन बने। इस स्थिति में सेक्स के दौरान पुरुष अपनी महिला साथी के स्तनों, गर्दन, गले, कान के पीछे, होठों पर किस कर सकता है, उसकी पीठ का हल्के हाथों से मसाज कर सकता है, इससे स्त्री को ऑर्गेज्म पाने में आसानी रहती है और वह संतुष्ट भी होती है। दूसरे सेक्स आसन में, अगर पुरुष अपनी महिला साथी के स्तनों पर अपने शरीर का भार न डालने की सावधानी बरतें, तो पुरुष ऊपर और स्त्री नीचेवाला सेक्स आसन भी सही है। इसके अलावा पुरुष नीचे और स्त्री के ऊपर होने का सेक्स आसन भी स्त्री को संतुष्ट करने के लिए परफेक्ट होता है।

: – ​स्त्रियों का यौन इच्छाओं को लेकर डिमांडिंग होना

वर्तमान समय में महिलाएं सेक्स के मामले में डिमांडिंग हुई हैं, अपनी यौन इच्छाओं को लेकर बात करने के मामले में मुखर हुई हैं, वे अपने पार्टनर से बेझिझक सेक्स को लेकर अपनी पसंद-नापसंद की बात कर सकती हैं। और तो और पुरुष भी अब महिलाओं की इच्छा का सम्मान करने लगे हैं। हालांकि, भारतीय समाज के 50 प्रतिशत पुरुषों को सेक्स के लिए स्त्री की डिमांड करना नागवार ही लगता है, फिर भी महिलाएं अपने यौन अधिकारों को कामसूत्र के अनुसार, पुरुषों को कुंआरी और विवाहित महिलाओं से यौन संबंध बनाने की छूट है, लेकिन यौन संबंध के मामले में स्त्री को कोई अधिकार प्रदान नहीं करता। उस युग में महिलाओं को पुरुषों की संपत्ति समझा जाता था। संपत्तियों का अपना कोई अधिकार नहीं होता, जबकि उन पर संपत्ति मालिकों का पूरा अधिकार होता है। जबकि वर्तमान समय में भारतीय समाज में यह राय बदली है। आज के समय में स्त्रियों को भी अपनी इच्छानुसार पसंदीदा पुरुष से विवाह करने की, अपने मनमाफिक पुरुषों से संबंध बनाने की, लिव इन रिलेशनशिप में रहने की, और अगर रिश्ता समझ में न आए तो किसी अन्य पुरुष के साथ संबंध बनाने और विवाह करने की छूट मिली हुई है। हालांकि, 130 करोड़ भारतीयों की सोच से जुड़ी भारतीय समाज ने अभी तक इसे खुले तौर पर स्वीकृत नहीं किया है, पर चलन चल चुका है।

: – स्त्रियों को आकर्षित करता है पुरुषों का केयरिंग नेचर
स्त्रियों को पुरुषों का प्यार करने का ढंग, उनका ध्यान रखना, सेक्स के दौरान हिंसक व्यवहार न करना आकर्षित करता है। प्रत्येक पुरुष को चाहिए कि वह अपनी स्त्री को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से संतुष्ट रखे। पुरुष के प्यार करने का अंदाज नेचुरल, सॉफ्ट, सरल और कोमलता से भरा होना चाहिए। सेक्स के दौरान उसे अपनी पार्टनर को भोग्या नहीं, बल्कि एक आदर्श साथी की तरह व्यवहार करना चाहिए। उससे जबर्दस्ती करने के बजाय उसकी सहमति से उसके साथ संबंध बनाना चाहिए, तभी स्त्री-पुरुष दोनों को भरपूर आनंद मिलता है और चरमसुख की प्राप्ति होती है।