न्यायिक तहसीलदार के सामने अधिवक्ताओं ने जमकर की नारेबाजी,14 मई तक हड़ताल पर सभी संगठन

रिपोर्ट : नफीस अहमद , रीडर टाइम्स
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बिलग्राम (हरदोई): तहसीलदार न्यायिक कार्यालय के बाहर वकीलों द्वारा प्रदर्शन के दौरान संजय सक्सेना के विरुद्ध हाय हाय के सहित जमकर हुई नारेबाजी। स्थानीय  तहसील  कार्यालय पर पूर्व में तैनात तहसीलदार न्यायिक की पुनः वापसी के विरोध व उपजिलाधिकारी की नियुक्ति को लेकर लामबंद हुए तहसील के अधिवक्ता।
मालूम  हो कि पिछले वर्ष अधिवक्ताओं और न्यायिक तहसीलदार के बीच हुई तू-तू मैं-मैं में अधिवक्ताओं ने 4 महीने तक आंदोलन कर न्यायिक तहसीलदार संजय कुमार सक्सेना का हरदोई स्थानांतरण किया गया था। पर वकीलों को जैसे ही पता चला कि उनके चिर प्रतिद्वंद्वी संजय कुमार सक्सेना का पुनः जनपद हरदोई से बिलग्राम तहसील कार्यालय पर स्थानांतरण कर दिया गया है। जिसको लेकर अधिवक्ताओं ने उनके आने से पहले लामबंद होकर उनका विरोध करना शुरू कर दिया है। जिसे लेकर कुछ दिन पहले अधिवक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा तहसीलदार राजेश कुमार को ज्ञापन देकर यह मांग करते हुए आरोप लगाते हुए बताया था कि संजय कुमार सक्सेना का व्यवहार अधिवक्ताओं के प्रति निंदनीय रहा है।
इसलिए उनका स्थानांतरण बिलग्राम में करने संबंधी आदेश वापस लिया जाना चाहिए एवं एसडीएम की रिक्त पड़ी कुर्सी पर किसी न किसी की तैनाती  जल्द से जल्द होनी चाहिए।क्योंकि जनता को मूलभूत सुविधाओं से सम्बंधित कार्यों के अभिलेखों को सत्यापन हेतु संडीला जाना पड़ता है।जिसमें  उनका पैसा व श्रम अधिक खर्च होता है। ऐसी सभी अपनी मांगों को लेकर बिलग्राम अधिवक्ता वेलफेयर एसोसिएशन के समस्त पदाधिकारी एवं अधिवक्तागण जिला प्रशासन के इस निर्णय के विरोध में 28- 4-18 तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला किया था।
लेकिन तय समय सीमा के बाद भी अधिवक्ताओं की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाने की जगह न्यायिक तहसीलदार सक्सेना द्वारा कार्यभार ग्रहण करने के बाद बीते दिन अधिवक्ताओं की सभी यूनियन के अध्यक्ष व संगठन के समस्त पदाधिकारियों द्वारा न्यायिक तहसीलदार कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन करने के साथ ही तहसीलदार न्यायिक संजय सक्सेना के समक्ष हाय हाय व मुर्दाबाद के नारे लगाए।अधिवक्ताओं द्वारा बातचीत में बताया गया कि तहसील कार्यालय पर कार्यरत सभी संगठन 14 मई तक निरन्तर हड़ताल पर रहेंगे। यदि इस दौरान श्री सक्सेना का स्थानांतरण अन्य जगह नहीं किया गया।तो अधिवक्ता हर दिन उक्त विरोध व नारेबाजी करने से नहीं हिचकेंगे।