संभोग के प्रति इच्छाओ में कमी आना 

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
संभोग मनुष्य के जीवन की एक प्रमुख गतिविधि होती है। बहुत से लोगो में सेक्स करने की इच्छा होती है लेकिन उनके साथी का साथ नहीं मिल पाता है, इस वजह से व्यक्ति तनाव में होने लगता है। हालांकि कुछ ऐसे भी जोड़े है, जिनमे दोनों में ही संभोग के प्रति रूचि बहुत कम हो जाती है। जैसा की साथ होकर भी साथ नहीं है। इसका मुख्य कारण मनुष्य की मानसिक स्थिति में समस्या भी हो सकती है। कुछ शोध में बताया गया है अगर व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है तो वह किसी तरह की गतिविधि करने में असमर्थ रहता है। तो इस लेख में हम आपको सेक्स के प्रति इच्छा कम होने के कारण, लक्षण, उपचार व बचाव के बारे में बतायेंगे।

संभोग के प्रति इच्छा में कमी होने के क्या है कारण-
संभोग के प्रति इच्छा न होने का मुख्य कारण मानसिक स्थिति होती है। जैसा की कोई महिला जीवन में पहले यौन शोषण, शारीरिक उत्पीड़न, भावनात्मक रूप से परेशान हो ऐसे में नए संबंध की शुरुवात करने में कठिनाई होती है और यही कारण है की महिला संभोग नहीं कर पाती है। सेक्सुअल समस्याओं के कुछ अन्य कारण…

मानसिक स्वास्थ्य ठीक न रहना।
शराब का अत्यधिक सेवन।
भोजन में कमी व तनाव में रहना।
चिंता में रहना।
शारीरिक तौर पर थकान महसूस करना।
हार्मोन्स का असंतुलन होने से संभोग न कर पाना।

संभोग के प्रति इच्छा में कमी के क्या है लक्षण-
संभोग के प्रति इच्छा में कमी को आप समझ सकते है की व्यक्ति अपने साथी के साथ यौन संबंध बनाने में असमर्थ है। इसका मुख्य लक्षण हो सकता है या क्रोध होने के वजह से अपने साथी खुश न रह पाना व सेक्स न कर पाना।

यौन संबंध बनाने से भय लगना।
सेक्स से जुडी बातें बोलने या सुनने में हिचकिचना।
अपने साथी से प्रेम संबंध बनाने में असमर्थ हो जाना।

हालांकि सेक्सुअल दिक्कतों से पीड़ित लोग अधिक गंभीर नहीं होती है, वह देर से ही सही अपने रिश्ते बनाने में सफल हो जाते है। लेकिन कुछ लंबे समय से अपना यौन जीवन सही नहीं कर पा रहे है, उनको चिकिस्तक से संपर्क कर अपनी बाते बताना चाहिए ताकि चिकित्सक आपके स्थिति में सुधार कर सके।

सेक्स के प्रति अरुचि की समस्या के उपचार के लिए विभिन तरह के विकल्प ले सकते है। उनके सोच व जीवनशैली में बदलाव के कुछ सुझाव दे सकते है , ताकि उनकी रूचि अपने रिश्ते को बेहतर बना सके। उपचार के दौरान पीड़ित व्यक्ति को बाहरी दुनिया के बारे में रूबरू करवाया जाता है और हेल्दी जीवन जीने के प्रोत्साहित किया जाता है ताकि अपने अरुचि की समस्या को ठीक कर पाए। क्योंकि सेक्स न करने की ऐसी अवस्था है जिसमे कारणों के आधार पर मरीज का उपचार कर सकते है। इसके अलावा अपने रिश्ते और संबंधो को सामजिक तौर पर मजबूत बना सके।

कुछ मरीज भावनात्क रूप से कमजोर होते है, इस वजह अपने रिश्ते को ठीक नहीं कर पाते है और रिश्ते में दरार पड़ जाती है। चिकित्सक थेरेपी के माध्यम से मरीज को विश्वास दिलाकर उनकी हिम्मत को बढ़ाया जाता है। उनको ट्रेनिंग देते है किस तरह से समाज में रहना है और अपने साथी के साथ सुखमय जीवन कैसे बिता सकते है। अगर यौन क्रिया सही नहीं हो पाती है या पहले किसी के साथ यौन क्रिया करते  समय किसी तरह की समस्या हुई हो, तो ऐसे में विशेष थेरेपी उपचार की आवश्यकता होती है।