इस ग्रह के परिवर्तन से बन गया लक्ष्मीनायण योग : इन राशियों पर मां लक्ष्मी की कृपा

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
नारायण योग का निर्माण हो रहा है। 13 से 17 जुलाई तक इस योग के कारण कई राशियों के लिए समय बहुत अच्छा रहेगा। यहां जानें शुक्र के राशि परिवर्तन का और बुध के साथ युति बनाने से कन्या से लेकर मीन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

कन्या :- यहां राज्य भाव में गोचर करते हुए शुक्र गृह और वाहन सुख में वृद्धि करेंगे। जमीन जायदाद से जुड़े कार्यों में प्रगति प्रदान करेंगे। सम्मान में वृद्धि उत्पन्न करेंगे। भाग्य का साथ प्राप्त होगा। पैतृक संपत्ति का लाभ प्राप्त होगा। जीवनसाथी का स्नेह प्राप्त होगा। प्रेम संबंधों में मधुरता की स्थिति उत्पन्न होगी।

तुला :- मिथुन राशि में गोचर करते हुए शुक्र भाग्य भाव में गोचर करेंगे परिणाम स्वरूप भाग्य में परिवर्तन। पिता के सुख सानिध्य में परिवर्तन । सामाजिक पद प्रतिष्ठा में परिवर्तन । नौकरी व्यवसाय में प्रगति एवं परिवर्तन । स्वास्थ्य को लेकर सामान्य तनाव उत्पन्न हो सकता है। आंतरिक डर का वातावरण भी उत्पन्न हो सकता है बौद्धिक व वैचारिक उन्नति का भी संयोग बनेगा।

वृश्चिक :- मिथुन राशि में गोचर कर रहे शुक्र का प्रभाव थोड़ा नकारात्मक पड़ेगा । दांपत्य में अवरोध की स्थिति ।दैनिक आय में तनाव का वातावरण । व्यापारिक संबंधों में तनाव की स्थिति। पारिवारिक कार्यों में प्रगति की स्थिति। अचानक लंबी यात्रा के कारण खर्च भी उत्पन्न हो सकता है। पेट की आंतरिक समस्या एवं पेशाब संबंधी समस्या के कारण तनाव उत्पन्न हो सकता है। अतः शुक्र के इस गोचर के समय स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा।

धनु :- प्रेम संबंधों में सकारात्मकता। दैनिक आय में प्रगति की स्थिति। आय के संसाधनों में सकारात्मक वृद्धि। कलात्मकता में वृद्धि के साथ-साथ जीवन साथी के स्वास्थ्य के प्रति भी सतर्क रहना होगा। कार्यस्थल पर आय के लिए थोड़ा सा संघर्ष ज्यादा करना पड़ेगा। साझेदारी के कार्यों में सकारात्मक प्रगति देखने को मिलेगा।

मकर :- शुक्र मिथुन राशि में छठे भाव में गोचर करेंगे ऐसी स्थिति में संतान पक्ष को लेकर के थोड़ी सी चिंता उत्पन्न हो सकती है। परिश्रम में अवरोध की स्थिति। कार्यस्थल पर अधिक परिश्रम के बाद भी परिणाम में कमी हो सकती है। पिता के स्वास्थ्य को लेकर के भी सतर्क रहने की आवश्यकता है। अचानक में यात्रा का भी संयोग बनेगा। अति घनिष्ठ परिवारी जनों को लेकर की भी थोड़ी सी चिंता बढ़ सकता है।

कुम्भ :- ऐसी स्थिति में मिथुन राशि पंचम भाव में गोचर करना अत्यंत शुभ फल प्रदायक साबित होगा। सुख के संसाधनों में वृद्धि। माता माता एवं पिता के पक्ष से शुभ समाचार की स्थिति बनेगी। गृह एवं वाहन के सुख में सकारात्मक वृद्धि होगा। अध्ययन अध्यापन के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय उपलब्धि कारक साबित होगा। आय के साधनों में सकारात्मक वृद्धि भी इस अवधि में देखने को मिलेगा।