धीरेंद्र शास्त्री के सामने पेशी के लिए लगानी होती है अर्जी – जानिए कैसे ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के खजुराहो पन्ना रोड पर स्थित गंज नाम के छोटे से कस्बे से सड़क मार्ग के जरिए करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर बागेश्वर धाम स्थित है. यहां बालाजी का प्रसिद्ध मंदिर है. लेकिन कुछ दिनों से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता तमाम विवादों के बावजूद बढ़ती जा रही है. सोशल मीडिया पर उनसे जुड़े कई वीडियो वायरल होते रहते हैं. उनकी प्रसिद्धी का सबसे बड़ा कारण यह दावा है कि वह पर्ची के जरिए कथित तौर पर लोगों का मन पढ़ लेते हैं. उनके बारे में सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं और फिर समस्या का समाधान भी बताते हैं. जैसे एक नारियल बांधकर बागेश्वर धाम के परिसर में रखना होता है. यदि कोई व्यक्ति सामान्य समस्या के लिए अर्जी लगाना चाहता है तो उसे लाल कपड़े में नारियल बांधना होता है. भूत-प्रेत से जुड़ी अर्जी के लिए नारियल को काले कपड़े में और शादी-विवाह से जुड़े मसले के लिए नारियल को पीले कपड़े में बांधकर रखना होता है.

अर्जी लग जाने पर होती है पेशी –
अगर अर्जी लग जाती है तो बागेश्वर धाम में पेशी के लिए जाना होता है. बागेश्वर धाम के दरबार में जब किसी की अर्जी लगती है तो धीरेंद्र शास्त्री खुद व्यक्ति को बताते हैं कि उसे कितनी पेशी की आवश्यकता है. हालांकि यहां बड़ी संख्या में देश के कोने-कोने से भक्त पहुंचते हैं. अर्जी लगना इतना आसान नहीं होता है.