गांवों में ठेके पर हो रही सफाई,सफाईकर्मी नदारद,जिम्मेदार खामोश

रिपोर्ट : बी.जी. मिश्र , रीडर टाइम्स 

karyalay khand

सवायजपुर/हरदोई। सरकार द्वारा एक ओर सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के नाम पर लाखों रुपये की धनराशि खर्च करके स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्य करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।वहीं दूसरी ओर गांवों में तैनात सफाई कर्मी नियमित सफाई कार्यों से को हों दूर दिखाई दे रहे है। वैसे देखा जाए तो हरपालपुर विकास खण्ड की तमाम ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मियों की नियुक्ति तो है लेकिन यह सफाई कर्मी नियमित गांवों में सफाई करने नही पहुँच रहे है।

 

स्कूलों में भी शिक्षक,रसोइया,या फिर बच्चे झाडू लगाते देखे जा सकते है।नियमित वेतन पाने बाले सफाई कर्मी केवल ब्लाक मुख्यालय तक ही सीमित होकर रह गये है।अधिकांशतः सफाई कर्मियों ने अपनी तैनाती ग्राम पंचायत में ठेके पर सफाई करने बाले लोगों को लगा रखा है।ककरा,इकनौरा,पलिया,हरपालपुर,कठेठा,मलौथा,स तौथा,रानीखेडा बांसी,टिलियापुर सहित तमाम ग्राम पंचायतों में कहने को तो सफाई कर्मी तैनात है लेकिन महीनों इन सफाई कर्मियों के यहाँ के वाशिन्दों को दर्शन ही नही होते जिसके चलते गांवों में गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है।

 

स्वच्छ भारत मिशन का सपना साकार करने बाली इस योजना पर गांवो में लगी गंदगी  गृहण लगाती दिख रही है। हैजबकि एक दर्जन सफाई कर्मी ब्लाक मुख्यालय पर ही कार्य करते देखे जा सकते है। हरपालपुर निवासी रामसिंह का कहना है कि कहने के लिए ग्राम पंचायत में सफाई कर्मियों की नियुक्ति तो है लेकिन छह माह से सफाई कर्मी के दर्शन दुर्लभ है।यहाँ गन्दगी का साम्राज्य है।लोग अपने आस पास की स्वयं सफाई करते हैं।

 

इकनौरा निवासी आशीष कुमार का कहना है कि सफाई कर्मी अपनी जगह पर मजदूर लगाकर तीन चार महीने में एक बार सफाई कराने आते है। लेकिन स्कूलों में गन्दगी का साम्राज्य है। रानीखेडा निवासी रघुवीर सिंह का कहना है कि सफाई कर्मी यहाँ कभी भी नहीं आता है जिससे ग्रामवासियों को तमाम दिक्कतें हो रही है यहाँ यदा कदा ठेके पर सफाई कार्य कराया जाता है।