फेंगल तूफान आज तमिलनाडु – पुडुचेरी से टकराया , चार राज्य प्रभावित

रीडर टाइम्स न्यूज़ डेस्क

चक्रवर्ती तूफान में फेंगल की वजह से बहुत भारी बारिश को लेकर तमिलनाडु के चेन्नई , तिरुवल्लूर , चेंगलपट्टू , कांचीपुरम , विल्लुपुरम , कल्लाकुरीचि और कुणडालोर जिले और पुडुचेरी में रेड अलर्ट किया गया है…

देशभर में एक और जहां ठंड पैर पसार रही है वहीं दूसरी और बंगाल की खाड़ी में बना एक डिप्रेशन फेंगल नमक चक्रवर्ती तूफान का रूप लेने जा रहा है कहा जा रहा है कि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवर्ती तूफान फेंगल शनिवार दोपहर पर पुडुचेरी के पास 10:30 से टकरा सकता है हालांकि , इससे पहले ही फेंगल के असर से मौसम बदलने लगा इसके कारण समुद्री तट पर उथल-पुथल साफ तौर पर देखने को मिल रही है तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी मौसम विभाग में लोगों से घरों में रहने की अपील की है मौसम विभाग के मुताबिक फेंगल के असर के कारण हवाओ की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने राज्य आपातकालीन केंद्र में शीर्ष अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की उन्होंने बाद में समय संवाददाताओं से कहा कि सभी संभव कदम पहले ही उठा चुके और उन क्षेत्रों के लोगों के लिए शिविर स्थापित किया गया जहां अधिक नुकसान होने की आशंका तथा लोगों को भोजन में वितरित किया जा रहा है मुख्यमंत्री ने एक पंपिंग स्टेशन का भी निरीक्षण किया।

पुडुचेरी सरकार के निवासियों को एसएमएस के जरिए चेतावनी दी –
चक्रवर्ती तूफान ‘फेंगल’ के शनिवार को दिन में पुडुचेरी पहुंचने की संभावना के बीच शनिवार सुबह यहां भारी बारिश हुई इसके बाद जिला प्रशासन ने कई 12 लाख निवासियों एसएमएस के जरिए अलर्ट भेजकर उन्हें सतर्क रहने को कहा जिलाधिकारी ए कुलोथुंगन ने कहा कि लोगों की सुरक्षा सुरक्षित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हमने निचले इलाकों से लोगों को निकाला और उनके लिए आश्रय स्थल भी तैयार किए गए भोजन के पैकेट की आपूर्ति की भी व्यवस्था की गई है।

समुद्र में लहरें बहुत तेज है इसलिए पुलिस ने मरीना और मामल्लपुरम सहित प्रसिद्ध समुद्र तटों तक पहुंच को अवरुद्ध करने के लिए अवरोधक लगाए हैं। सरकारी दुग्ध आपूर्ति ‘आविन’ प्रभावित नहीं हुई और अधिकतर क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति समान है। सरकार ने पहले ही 30 नवंबर को क्षेत्र संस्थाओं के लिए अवकाश घोषित कर दिया और सूचना प्रौद्योगिकी आईटी कंपनियों से अनुरोध किया था कि वह अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दें।