BCCI के अंतरिम अध्यक्ष बनेंगे राजीव शुक्ला

रीडर टाइम्स डेस्क
बीसीसीआई को अगले महीने राजीव शुक्ला के तौर पर नया अध्यक्ष मिलने वाला है हालांकि वह कार्यवाहक अध्यक्ष बनेंगे 19 जुलाई को मौजूदा बीसीसीआई प्रमुख रोजगार बिन्नी का कार्यकाल पूरा होने वाला है इसके बाद परंपरा के मुताबिक सबसे वरिष्ठ

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला जुलाई में बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष बन सकते हैं। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है दरअसल बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष रोजर बिन्नी 19 जुलाई को 70 वर्ष के हो जाएंगे। नियम अनुसार बीसीसीआई अध्यक्ष की उम्र 70 साल से अधिक होनी चाहिए 75 वर्षीय शुक्ला को 3 महीने के लिए कार्यवाहक अध्यक्ष की भूमिका मिल सकती है। सूत्रों ने बताया कि सितंबर में वार्षिक आम बैठक एजीएम के दौरान राजीव शुक्ला बोर्ड के पूर्णकालिक अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में खड़े हो सकते हैं। रोजर बिन्नी को अक्टूबर 2022 में बीसीसीआई के 36वें अध्यक्ष के रूप में चुना गया था। उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली की जगह ली थी। गांगुली ने अपना 3 साल का कार्यकाल पूरा किया था। तब बिन्नी शीर्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे।

  • बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी 19 जुलाई को छोड़ेंगे पद
  • रोजर बिन्नी के कार्यकाल समाप्त होने के बाद राजीव शुक्ला अंतरिम अध्यक्ष बनेंगे

जब तक कोई नया बीसीसीआई अध्यक्ष नहीं मिलता तब तक राजीव शुक्ला अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर यह कुर्सी संभाल लेंगे। बता दे की रोजर बिन्नी को 2022 अक्टूबर में बीसीसीआई का अध्यक्ष बनाया गया था।

रोजर बिन्नी के कार्यकाल में भारतीय टीम का प्रदर्शन –
रोजर बिन्नी के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम ने दो व्हाइट बॉल खिताब आईसीसी T20 विश्व कप 2024 और आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी का टाइटल जीता उन्होंने क्रिकेट में महिला प्रीमियम लिक का भी आगाज कराया और घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने अहम कदम उठाए। सीनियर खिलाड़ियों का भी घरेलू क्रिकेट में खेलना और घरेलू क्रिकेटर को अच्छा वेतन मिलने जैसी सुविधाओं पर रोजगार बने ने काम किया।

बिन्नी जो भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर रहे। उन्होंने 27 टेस्ट मैचों और 72 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने टेस्ट में 47 विकेट और बल्ले 830 रन बनाए। जिसमें पांच हाफ सेंचुरी रही 72 वनडे मैच में उन्होंने 70 विकेट चटकाए और 629 रन बनाए। भारत के पहले विश्व कप का खिताब जीतने में उनका अहम योगदान रहा था। वहां 1983 विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट 18 लेने वाले भारतीय गेंदबाज रहे थ।