शुक्रवार – 6 जून को निर्जला एकादशी है इसी साल की सबसे बड़ी एकादशी माना जाता है

रीडर टाइम्स डेस्क
यह साल जेष्ट शुक्ल एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाता है इस बार निर्जला एकादशी का व्रत 6 जून को रखा जाएगा …

ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली निर्जला एकादशी व्रत करने से साधक को सुख समृद्धि की प्राप्ति हो सकती है इस एकादशी को भीमसैनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसे में अगर आप इस दिन यह काम करते हैं तो इससे आप भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा की प्राप्ति हो सकती है। इस बार निर्जला एकादशी पर बुध गुरु की युति बनने वाली है 14 मई को बृहस्पति मिथुन राशि में आए थे। अब 6 जून यह बुधवार को गोचर होगा।

  • हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है निर्जला एकादशी
  • शुक्रवार 6 जून को मनाई जाएगी निर्जला एकादशी
  • भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति के लिए खास है या तिथि

कैसे करें पूजा –
निर्जला एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठे और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प ले स्नान आदि से निवृत होने के बाद पूजा स्थल की सफाई करने के बाद गंगाजल का छिड़काव करें अब एक चौकी बिछा कर उस पर लाल या पीला कपड़ा बिछाए भगवान विष्णु और लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें। लक्ष्मी जी और विष्णु जी का पूजन करें और उन्हें फल – फूल और भोग आदि अर्पित करें। अंत में एकादशी कथा का पाठ जरूर करें। अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर प्रातः भगवान विष्णु का पूजन करने के बाद व्रत का पारण करें।

अर्पित करें यह चीज –
निर्जला एकादशी की पूजा में आप भगवान विष्णु को पीले रंग के फूल पीले रंग के मिठाई और चंदन अर्पित करना चाहिए इसी के साथ भगवान विष्णु को तुलसी पत्र भी अवश्य चढ़ाएं इसी के साथ मां लक्ष्मी को मखाने का भोग लगाना चाहिए।

जरूर करें यह काम –
निर्जला एकादशी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और परिक्रमा करें ऐसा करने से आपको भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है साथ ही धन संबंधी समस्या भी दूर होने लगते हैं।