रीडर टाइम्स डेस्क
अहमदाबाद में एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जो लंदन जा रहा था टाटा ग्रुप ने मृतकों के परिवार को एक करोड रुपए देने का फैसला किया। घायलों के इलाज का खर्च भी टाटा ग्रुप उठाएगा …

अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट 171 की भयावह दुर्घटना के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। इस हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई। इस दुखद घड़ी में टाटा ग्रुप ने एक संवेदनशील और मानवीय पहल करते हुए पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए बड़ी घोषणा की। टाटा संस के अध्यक्ष और चंद्रशेखरन ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि टाटा ग्रुप इस त्रासदी में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि देगा और हम घायलों को चिकित्सा व्यय को भी वहां करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सभी आवश्यक देखभाल और सहायता मिले इसके अतिरिक्त बी जे मेडिकल के छात्रावास के निर्माण में सहायता प्रदान करेंगे।
क्या कहते हैं अंतरराष्ट्रीय नियम –
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के मामले में मौत या शारीरिक चोट लगने पर मुआवजा देने के नियम में भारत मॉन्ट्रियल कन्वेंशन ,1999 के तहत बाध्य है। यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है इस कन्वेशन के अनुसार मुआवजे में शामिल है। १२८,821 स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स तक जो लगभग 1.4 करोड रुपए प्रति यात्री होता है यह मुआवजा एयरलाइन की गलती के बिना भी मिलने का प्रावधान है अगर यह साबित हो जाता है कि एयरलाइन के लापरवाही थी तो और भी ज्यादा मुआवजा मिल सकता है यहां नियम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लागू होता है लेकिन , विमानन नियामक डीजीसीए के अनुसार भारतीय एयरलाइंस अक्सर घरेलू उड़ानों के लिए भी ऐसा ही कवरेज देती है।
मुआवजे के अलावा ट्रैवल इंश्योरेंस –
एयरलाइंस के मुआवजे के अलावा ट्रैवल इंश्योरेंस भी बहुत जरूरी या दुर्घटना में देरी अस्पताल में भर्ती होने जैसी स्थितियों में मदद करता है। आमतौर पर ट्रैवल इंश्योरेंस का इस्तेमाल सामान खोने ,मेडिकल इमरजेंसी या ट्रिप कैंसिलेशन के लिए होता है लेकिन यह हवाई दुर्घटनाओं जैसी गंभीर घटनाओं में भी बहुत काम आता है।