एसपी आलोक प्रियदर्शी ने पेश की पुलिस पत्रकार फ्रेंडशिप की मिसाल
Oct 26, 2018
पत्रकारों के पास धरनास्थल पर आकर उत्पीड़न को सुना , समझा और निराकरण करने का दिया आश्वासन
रिपोर्ट : गोपाल द्विवेदी , रीडर टाइम्स
हरदोई : पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने पत्रकार पुलिस फ्रेंडशिप का जो नमूना पेश किया है वह इसलिए और भी काबिले तारीफ है कि उन्होंने धरना स्थल पर आकर पत्रकारों के उत्पीड़न संबंधी समस्याओं को सुना, समझा और निराकरण करने का पूरा भरोसा दिलाया। मालूम हो कि विगत दिनों कछौना थाने के प्रभारी जावेद अहमद ने एक घटना का कवरेज कर रहे पत्रकार पीडी गुप्ता और दीपक श्रीवास्तव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया था जिसका पत्रकारों ने विरोध किया था ।
इस प्रदर्शन में शहीद उद्यान में जिलेभर से पत्रकार बंधु जुटे थे। इससे पहले पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने पर उस घटना के संबंध में जानकारी करने पर उन्हें वास्तविकता का आभास होने का संकेत दे दिया था और वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत पाठक को इसकी जानकारी दे दी थी। संबंधित से कारवाही ना किए जाने का भरोसा दे दिया था, फिर भी पत्रकारों का मान रखते हुए शहीद उद्यान आए और पत्रकारों के उत्पीड़न संबंधित समस्याओं को सुना।
पत्रकारों ने बताया कि वे चाहते हैं कि कवरेज के दौरान यदि समाज अहित या असंवैधानिक या सांप्रदायिक उन्माद बढ़ने की आशंका हो उसे तो मना किया जाए किंतु घटना का कवरेज करने और द्वेष ढंग से मुकदमा दर्ज न किए जाएं ।यही नहीं, कछौना थाना प्रभारी जावेद अहमद को स्थानांतरित करने की मांग और मुकदमा खत्म करने की मांग रखी। जिस पर उन्होंने हामी भरी।बहरहाल पत्रकारों और पुलिस के बीच की यह फ्रेंडशिप सराही गई।