
ह्रदय नारायण दीक्षित ( विधान सभा अध्यक्ष – उत्तर प्रदेश )
अनिल मिश्रा ( रीडर टाइम्स ) उन्नाव शुक्लागंज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष पर आयोजित ग़ोष्ठी में पहुँचे विधान सभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित का कार्यकर्ताओ ने क्षेत्रीय लोगो के साथ मिलकर फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया । इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि पंडित दीनदयाल एक प्रमाणिक व्यक्ति थे।हम सभी को भी प्रमाणिक बनना चाहिये। व्यक्ति को झूठे वादे नहीं करने चाहिए, नियम पूर्वक अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। उन्होंने अपने विषय में भी बताया। उन्होंने कहा कि मैंने संकल्प लिया था कि मैं जीवन भर पढूंगा , आज भी मैं दो घण्टे पढ़ता हूँ। मैं कभी उपकार नहीं भूलता जो कहता हूँ ,उसको पूरा करने का प्रयास करता हूँ और करता रहूँगा , क्योकि मै एक प्रमाणिक व्यक्ति हूँ। प्रामाणिक मनुष्य कर्तब्य बोध से भरा होता है उन्होंने ने बताया कि सौभाग्य से भारत के पास नरेन्द्र मोदी जैसा बड़ा नेता है। एक ऐसा नेता जिस पर विश्व् की निगाह है। भारत की शक्ति भारत के ज्ञान की ओर दुनिया टकटकी लगाकर देख रही है भारत में यह पहली बार देश के इतिहास में हुआ है कि कोई प्रधानमंत्री राज कर्म करने के साथ समाज जगाने का काम कर रहा है। अभी तक देश के साहित्यकार ,रचनाकार ,पत्रकार,वक़्ता, प्रवचनकर्ता ही समाज जगाने का कार्य करते थे , यह पहली बार है जब नरेन्द्र मोदी ने कहा कि योग, स्वछता कोई सरकारी काम नहीं है। यदि स्वछता को सरकारी काम मान लिया जाय तो सरकारी कार्यालयो में ही झाड़ू लगवाकर पूरा कर लें। स्वछता एक दृष्टिकोण है ,इसलिए अपने आस पास गंदगी न फैलाये। स्वछता एक प्राचीन जीवन मूल्य है। गाँधी जी इसको लेकर बहुत प्रयासरत रहते थे इसको नये सिरे से परिभाषित करने का कार्य हमारे प्रधानमंत्री ने किया है। सरकार व समाज दो शक्तियां है जिसमे समाज की शक्ति बड़ी है। यदि किसी मुहल्ले में अपराध नहीं होता तो यह समाज की शक्ती के कारण जितना समाज जागरूक होगा , सजग होगा उतना ही समाज का विकास होगा।विधान सभा अध्यक्ष ने स्थानीय स्कूल दयानंद सरस्वती के दो परीक्षार्थी प्राची सिंह ,अजीत कश्यप को हाई स्कूल व इंटर की परीक्षा में सर्वोच्च्य स्थान प्राप्त करने पर प्रतीक चिन्ह देकर बच्चो का उत्साहवर्धन किया।

विधान सभा अध्यक्ष ने स्थानीय स्कूल दयानंद सरस्वती के दो परीक्षार्थी प्राची सिंह ,अजीत कश्यप को हाई स्कूल व इंटर की परीक्षा में सर्वोच्च्य
स्थान प्राप्त करने पर प्रतीक चिन्ह देकर बच्चो का उत्साहवर्धन किया।

