दलितों को भी पांच सितारा होटल में खाने का अधिकार : रविशंकर

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रीटा डेस्क :बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की की जयंती पर , दलित बस्तियों में जाकर भोजन करने का निर्देश पति हाईकमान ने दिया था | निर्देश था की दलित बस्तियों में जाकर दलितों के सुख दुःख को जाने और उन्हें मोदी सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में बताएं | इसी सिलसिले में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का कार्यक्रम बिहार के चीना कोठी दलित टोला में लगा था। जहां उन्होंने लकड़ी के पुल की नींव रखी।
अंबेडकर जयंती के अवसर पर रविशंकर प्रसाद, बिहार के मंत्री नंदकिशोर यादव और स्थानीय विधायक संजीव चौरसिया और नितिन नवीन के साथ पटना के चीना कोठी दलित बस्ती में  गए और  वह के   लोगों की समस्याएं सुनी , और निवारण का आश्वासन भी दिया ।  रविशंकर प्रसाद ने चीना कोठी में अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और एक लकड़ी के पुल की नींव रखी जिसके बाद वह मौर्य होटल के लिए रवाना हो गए।
दलित  बस्ती में बीजेपी युवा मोर्चा की ओर से लंच का आयोजन किया गया था, मगर रविशंकर प्रसाद  ने दलित बस्ती में भोजन करने की जगह पटना के मौर्या होटल में आकर भोजन किया।

इसके बाद बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा था, ‘पटना के ‘चीना कोठी दलित टोला’ में गरीब दलितों के यहां खाना ठुकराने के बाद पांच सितारा होटल पहुंच छोले-भटूरे खाकर आंबेडकर जयंती पर दलित सशक्तिकरण करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद।

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इस के बाद रविशंकर प्रसाद ने तेजस्वी के ट्वीट का पलटवार करते हुए लिखा ‘आंबेडकर जयंती के अवसर पर बिहार के डिजिटली साक्षर दलित महिलाओं को सम्मानित किया गया। मैं खुद को गौरवान्वित मानता हूं कि मैने उनके साथ लंच किया. हमारे एससी/एसटी बहन-बेटियों को भी अच्छे होटल में खाना खाने का पूरा अधिकार है। मुझे खुशी है कि मैं उसका आयोजक था।TWIT