महिला शिक्षकों के स्कूलों में भी नही समुचित शौचालय व्यवस्था

रिपोर्ट : आशीष गुप्ता , रीडर टाइम्स 
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कोथावां हरदोई।  सरकार अभियान चलाकर ज्यादा से ज्यादा बच्चों बेटियों को पढ़ना लिखना सिखाना चाहती है।  जिसके लिए स्कूलों में रोज रैलियों के माध्यम से स्कूल चलो अभियान चलाए जा रहे हैं । लेकिन ब्लाक भरावन अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय सोनिकपुर में खुद बच्चे साफ करते हैं खाने के बर्तन ।जिस पर वहां मौजूद शिक्षक का कहना है कि इसी बहाने वह काम भी सीख जाएंगे।
इस स्कूल में ज्यादातर महिला शिक्षक होने के बाद भी शौचालयों में जानवरों का वास है । गन्दे बरामदे में जानवरों के बीच ही बच्चों को खाना खाना पड़ता है। स्कूल में बहुटोटी नल भी नही है और गन्दगी भी पर्याप्त है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय सोनिकपुर तो अनुदेशकों के सहारे ही संचालित है । जबकि इस स्कूल की रैम्प भी टूटी हुई व खतरनाक है जिस पर कोई बच्चा गिर कर चोट खा सकता है।