एक साल और ‘जवां’ होगी पीएम मोदी की कैबिनेट, इस बार औसत उम्र 58 साल


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का पहला कैबिनेट विस्तार आज (सात जुलाई) शाम करने जा रही है। दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी की नई कैबिनेट पहले से ज्यादा ‘जवां’ होगी और इसकी औसत उम्र पिछली कैबिनेट से करीब डेढ़ साल कम होगी। बता दें कि पीएम मोदी की पिछली कैबिनेट की औसत उम्र 59.36 साल थी, जिसमें सबसे युवा स्मृति ईरानी और सबसे बुजुर्ग रामविलास पासवान थे।

कैबिनेट पर लग रहीं ऐसी अटकलें मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार को लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं। कभी किसी नेता का नाम मंत्री पद की दौड़ शामिल बताया जाता है तो कभी किसी और का। सूत्रों का दावा है कि नए कैबिनेट में अल्पसंख्यक कोटे से पांच मंत्री हो सकते हैं। इसके अलावा 11 महिलाओं की भी एंट्री हो सकती है। कुल मिलाकर 43 मंत्रियों के शपथ लेने की जानकारी सामने आ रही है, जिसके बाद कैबिनेट की औसत उम्र 58 साल होने का अनुमान जताया जा रहा है।

नई सरकार में भी घटी थी कैबिनेट की उम्र गौरतलब है कि साल 2019 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनी तो उसमें मंत्रियों के चयन के बाद कैबिनेट की औसत उम्र पिछली कैबिनेट से दो साल घट गई थी। 2019 की कैबिनेट में सबसे उम्रदराज मंत्री रामविलास पासवान थे, जबकि स्मृति ईरानी सबसे युवा मंत्री थीं। इसके बाद राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर का नाम आता था। उस दौरान केंद्रीय मंत्रियों में एक दर्जन मंत्रियों की उम्र 60 से 70 साल के बीच थी। वहीं, आठ मंत्रियों की आयु 50 से 60 और दो मंत्रियों की उम्र पचास साल से कम थी। स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों में किरण रिजिजू के अलावा सभी की उम्र 50 साल से अधिक थी।

75 साल से ज्यादा उम्र का कोई मंत्री नहीं दरअसल, पीएम मोदी ने 2014 की तरह 2019 में भी अपने मंत्रिमंडल में 75 साल से अधिक उम्र वाले किसी भी सांसद को शामिल नहीं किया था। उस वक्त नजमा हेपतुल्ला और कलराज मिश्रा को मंत्रिमंडल से हटना पड़ा था। ऐसे में माना जा रहा है कि नई कैबिनेट भी उम्र की इस कसौटी पर परखे जाने के बाद घोषित की जाएगी।