उत्तराखंड में आफत की बारिश ; जनजीवन त्रस्त ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
बारिश का कहर हर जगह बरस रहा हैं। क्योकि बारिश का कहर हर राज्य में दिख रहा हैं। क्योकि अभी तक महाराष्ट्र में बारिश का इतना कहर बरस रहा हैं वह के रहने वाले सभी निवासिओं का जन जीवन त्रस हो रहा हैं। क्योकि इस घमासान बारिश का असर व्यक्तियों के आर्थिक जीवन पर भी पड़ रहा हैं। वही सरकार द्वारा सभी राहतपूर्ण सुविधा देना को कहा हैं उत्तराखंड में पिछले दस दिनों से लगातार बारिश का सिलसिला जारी है. पहाड़ से लेकर मैदान तक हो रही बारिश से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अभी भी 30 जुलाई तक मौसम विभाग ने अधिकतर इलाकों में भारी तो कई हल्की बारिश और कई स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया हुआ है. यानी कि अभी भी आफत की बारिश से राहत नहीं मिलेगी।

बद्रीनाथ हाइवे जगह-जगह बंद कई लिंक मार्गों का संपर्क टूटा…
लगातार हो रही बारिश से बद्रीनाथ हाईवे जगह-जगह बाधित है. बारिश की वजह से बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में कल देर रात से बंद है, जिसे खोलने का काम किया जा रहा है। उधर केदारनाथ हाईवे पर भी पांच जगहों पर मलबा आने से सड़कें बाधित हैं। रुद्रप्रयाग में भी बारिश का दौर जारी है. दो दिनों से लगातार बारिश होने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सिरोबगड़ में कल रात से पहाड़ी से लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं. वहीं, केदारनाथ हाईवे भी कई जगहों पर बंद चल रहा है। रुद्रप्रयाग में आफत की बारिश जमकर बरस रही है।

बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है. बारिश से बद्रीनाथ हाई-वे की पहाड़ियां जगह जगह दरक रही हैं. सिरोबगड़ डेंजर जोन पर मलबा और बोल्डरों की बरसात हो रही है. यहां पर बारिश की तरह बोल्डर गिर रहे हैं. बोल्डरों की बरसात ऐसी हो रही है कि हाईवे को खोलने का समय भी नहीं मिल पा रहा है. दोनों ओर से दो-दो जेसीबी मशीन लगी हैं, लेकिन हाईवे को खोलने में दिक्कत हो रही हैं. बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ के अलावा शिवनन्दी एवं घोलतीर सहित तीन स्थानों पर भारी मलबा आने से बंद है. केदारनाथ हाईवे भटवाड़ी सैण, सौडी, बांसवाड़ा , रामपुर और सोनप्रयाग सहित 5 स्थानों में मलबा और बोल्डर आने से बंद चल रहा है. ग्रामीण लिंक मार्ग भी जगह-जगह बंद हो गए हैं. राजमार्ग पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है।

चीला मार्ग पर पड़ने वाली नदी के उफान से 80 गांवों से टूटा सम्पर्क…
ऋषिकेश चीला मार्ग पर पड़ने वाली बरसाती नदी उफान पर है. नदी में पानी आने से आसपास के करीब 80 गांवों का संपर्क टूट गया है. देर रात से पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जल स्तर बढ़ने के कारण एक ट्रक नदी को पार करते हुए बीच जलधारा में फंस गया. चालक ने किसी तरह अपनी जान बचाई लेकिन वाहन को पानी से बाहर नहीं निकाला जा सका।

मसूरी देहरादून मार्ग भी अवरुद्ध…
मसूरी-देहरादून मार्ग भी भारी मलवा आने से बंद है. मसूरी मैगी प्वाइंट और गलोगी पावर हाउस के पास मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है. जेसीबी के द्वारा मलबे को हटाने का काम किया जा रहा है. पहाड़ों की रानी मसूरी में भी देर रात से लगातार बारिश हो रही है. जिससे कई जगह जलभराव की दिक्कतें भी आ गई हैं. कैम्पटी फॉल में भी जलस्तर बढ़ने से पर्यटकों को वहां जाने से रोका गया है, साथ ही आसपास की दुकानों को भी सुरक्षा के लिहाज से खाली करवाया गया है।

बारिश के रौद्र रूप से बढ़ी मुश्किलें…
उत्तराखंड में बारिश का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. मैदानों में जहां जलभराव से लोग परेशान हैं, वहीं पहाड़ों में भूस्खलन जैसी दिक्कतों से लोगों के लिए खतरा बना हुआ है. यमुनोत्री में भी देर रात से गड़गड़ाहट के साथ मूसलाधार बारिश जारी है. यमुना घाटी में ऊंचाई से लेकर निचले क्षेत्रों तक बारिश का सिलसिला जारी है. पहाड़ी से मलबा आने से मार्ग भी बंद पड़े हुए हैं. एनएच 94 के पास आवाजाही बाधित है. गाड गदेरे उफान पर हैं, वहीं यमुना नदी भी अपने रौद्र रूप में बह रही है।