सच किया पिता का सपना ; इस तरह पाया मुकाम ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
कहते हैं की पिता के अरमानों का पूरा करने का जिम्मा बेटों पर होता है। कुछ ऐसा ही करने की ओर कराटे खिलाड़ी संदीप तिवारी ने राष्ट्रीय फलक पर छाने की तैयारी शुरू कर दी है। संदीप हाल में ही संपन्न हुई प्रदेश स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर शहर का नाम रोशन कर चुके हैं। जिसके आधार पर वे दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में जीत के लिए जोर अजमाइश करेंगे। जय प्रकाश नगर निवासी किसान पिता संजय तिवारी के सपनों को सच करने के लिए संदीप ने पढ़ाई के साथ खेल को भी जारी रखा। विपरीत आॢथक परिस्थितियों के कारण संदीप बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने के साथ खेल में पहचान बना रहे हैं। उनके सपनों को आसमां कोच मोंटी निषाद ने दिया।

आॢथक तंगी का दंश झेल रहे संदीप को कोच मोंटी ने निःशुल्क प्रशिक्षित कर हुनरमंद खिलाड़ी बनाया। परिणामस्वरूप वे जिलास्तरीय प्रतियोगिताओं से लेकर प्रदेशस्तरीय प्रतियोगिताओं में कई बार पदक जीत चुके हैं। बातचीत में कोच मोंटी निषाद ने बताया कि संदीप में खेल के प्रति जुझारूपन था। जिसको देखते हुए उन्हेंं तैयार किया। वे बतातें हैं कि संदीप वर्ष 2012 में जिलास्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक के साथ 2013, 2017 और 2019 में हुई प्रदेशस्तरीय व आल इंडिया प्रतियोगिता में जलवा दिखा चुके हैं। वे वर्ष 2019 में आल इंडिया यूनिवसिर्टी में भी चयनित हो चुके हैं। कड़ी तैयारी के साथ संदीप को राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए तैयार कर रहा हूं। पूरी उम्मीद है कि वे पदक जीतकर शहर का मान बढ़ाएंगे। बातचीत में संदीप ने बताया कि उन्होंने ट्यूशन से मिली धनराशि का उपयोग अपनी डाइट में किया। जिसके कारण वे प्रतियोगिताओं में बेहतर कर सके। परिवार की आॢथक रूप से मदद के लिए वे काम की तलाश भी कर रहे हैं। ताकि खेल के साथ परिवार को मजबूत भी कर सके।

संदीप की उपलब्धियां…
वर्ष 2012 में जिलास्तरीय कराटे में स्वर्ण पदक जीता।
वर्ष 2012 में राज्यस्तरीय कराटे प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया।
वर्ष 2013 में कानपुर में हुई जिलास्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता।
वर्ष 2017 में हुई आल इंडिया कराटे प्रतियोगिता में देशभर के खिलाडिय़ों के बीच कांस्य पदक झटका।
वर्ष 2019 में कानपुर यूनिवसिर्टी में चयन पक्का किया।