होने वाले पार्टनर का सेक्सुअल हेल्दी होना है जरूरी

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
पिछले कुछ समय से भारतीय समाज ने रिश्तों और अंतरंगता पर अपने दृष्टिकोण में पर्याप्त बदलाव होते देखा है। जबकि परंपरागत रूप से इन विषयों पर बात करना वर्जित और बंद था, लेकिन अब ज्यादा से ज्यादा लोग इस बारे में खुल कर बात करते हैं और भावी पार्टनरों के साथ अपने दायरे पर चर्चा कर रहे हैं। इस परिवर्तन को नई जेनेरेशन के लिए आधुनिकीकृत दृष्टिकोण विशेषता के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। युवा सेक्सुअल हेल्थ को महत्व समझते हैं, इसलिए अपने पुराने समकक्षों के विपरीत अपने पार्टनर्स के साथ इस विषय पर चर्चा करने से नहीं कतराते हैं।

“लगभग 2,700 भारतीय ग्राहकों पर किए गए सर्वे के अनुसार, उन लोगों की संख्या में भारी वृद्धि पर प्रकाश डाला गया है, जो संभावित रिश्ते को देखते हुए अपने भावी पार्टनर के सेक्सुअल हेल्थ को एक पैरामीटर के रूप में इस्तेमाल करते हैं।”

👉 सर्वे के कुछ प्रमुख निष्कर्ष इस प्रकार हैं 
82 प्रतिशत लोग इस बात से सहमत हैं कि उनके लिए यह निश्चित होना बहुत महत्वपूर्ण है कि किसी रिश्ते में प्रवेश करने से पहले उनका पार्टनर सेक्सुअल हेल्दी हो। 46 प्रतिशत पुरुषों की तुलना में 54 प्रतिशत महिलाओं ने इस पर अपनी सहमति जताई है। उन्होंने यह भी कहा है कि यदि उनका भावी पार्टनर सेक्सुअली हेल्दी नहीं होगा, तो वे उनके साथ रिलेशन को आगे बढ़ाने का विचार पूरी तरह से ड्राप कर सकते हैं।

क्योकि क्या उनके पार्टनर का स्वास्थ्य किसी चिंता का विषय है, 42 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्होंने इसे एक महत्वपूर्ण मापदंड माना है, क्योंकि किसी व्यक्ति का संपूर्ण रूप से स्वस्थ होना उसके सेक्सुअल परफॉर्मेंस को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है और अच्छे सेक्स की अनुपस्थिति में एक रिलेशनशिप के टूटने का खतरा ज्यादा रहता है।

👉 रिलेशनशिप में सेक्सुअल हेल्थ द्वारा निभाई जानेवाली भूमिका
बदलते समय के साथ, रिलेशनशिप में सेक्सुअल हेल्थ द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में लोगों की एक बढ़ती संख्या जागरूक हो गई है। सर्वेक्षण से यह वास्तव में स्पष्ट हो गया है कि आज के लोग सेक्सुअल इंटीमेसी और हेल्थ को एक रिलेशनशिप के फाउंडेशन के रूप में गहराई से महत्व देते हैं, जिसके अभाव में पूरा कनेक्शन लड़खड़ा सकता है।