सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं सुधर रहे हैं कोटेदार

तरुण अवस्थी
रीडर टाइम्स न्यूज़
सीतापुर / शासन प्रशासन लाख दावे कर ले लेकिन धरातल पर तमाम योजनाओं का खुलेआम मजाक उड़ाया जा रहा है जहां सरकार दावे कर रही है कि अगर अब 1 भेजा जाता है तो वह पूरा जरूरतमंद तक पहुंचता है लेकिन यह सब योजनाएं सिर्फ कागज पर ही सिमट कर रह गई हैं ऐसा ही एक ताजा मामला ग्राम फिरोजपुर , बाड़ी , थाना सिधौली जिला सीतापुर का सामने आया है जहां प्रधान विनय कुमार ने जब कोटेदार जागरूक से मिड डे मील के लिए आया हुआ राशन मांगा तो कोटेदार ने सिर्फ 28 कुंटल ही राशन दिया जबकि प्रशासन से मिड डे मील के लिए 32 कुंटल राशन आवंटित किया गया था प्रधान द्वारा जब कोटेदार से डिपो से लाए गए राशन का विवरण मांगा तो कोटेदार ने टालते हुए बताया कि चार – पांच कुंटल कम होगा।

प्रधान ने पूछा कि लगभग कितना कम है तो कोटेदार ने बताया वह तो तौलने पर ही मालूम पड़ेगा जबकि डिपो की पर्ची में कुछ और था और मौके पर कुछ और निकला, एक ओर सरकार इस कोरोना महामारी में प्रत्येक यूनिट पर डबल राशन देकर उनकी समस्याओं को दूर करने की कोशिश कर रही है वही स्कूल में बच्चों के लिए खाने पीने के लिए लाई गई सामग्री का खुलेआम बटवारा किया जा रहा है, बंदरबांट हर विभाग में इतना बढ़ गया है कि छोटे से छोटा कर्मचारी और बड़े से बड़ा अधिकारी बगैर अपना परसेंटेज लिए कोई भी कार्य आगे नहीं बढ़ा रहा है जबकि प्रशासन यह दावा कर रहा है।

कि कांग्रेस सरकार में अगर 1 किसी जरूरतमंद को दिया जाता था तो वह नीचे जरूरतमंद तक सिर्फ 10 पैसे ही रह जाता था जबकि आज हम सीधे योजनाओं का लाभ जरुतमंद को देते हैं लेकिन इन योजनाओं की पोल इस वीडियो में आप साफ़ देख सकते हैं कि जब प्रधान ने कोटेदार से पूछा तो उसका जवाब कैसे वह घुमा फिरा रहा है यह कहानी किसी एक गांव के कोटेदार व प्रधान की नहीं है जहां जिसको मौका लगता है वह गरीबों का हक ऐसे ही मारता है प्रशासन के सारे दावे सिर्फ कागज पर ही पूरे हो जाते हैं, अब देखना यह है कि प्रशासन व सरकार इस पर क्या कार्यवाही करती है।