सभी ऋतुओं में बसंत ऋतु को माना जाता है राजा : डॉ राजेश मिश्र

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
हरदोई 2 फरवरी / सभी ऋतुओं में बसंत ऋतु को राजा माना जाता है। बसन्त का सीधा सा अर्थ है प्रकृति का सौन्दर्य। प्रत्येक वर्ष माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसन्त पंचमी मनाई जाती है। इस बार पाँच फरवरी को मनायी जायेगी। इस दिन मां सरस्वती की पूजा अर्चना करने से विद्या, धन, वैभव सभी कुछ पाया जा सकता है।

शहीद उद्यान स्थित कायाकल्पकेन्द्रम् के संस्थापक व सीनियर नेचरोपैथ डॉ राजेश मिश्र ने बताया विद्या अध्ययन करने वालों को इस दिन माँ सरस्वती की आराधना अवश्य करनी चाहिए। बताया ब्रह्ममुहूर्त में उठकर शौच आदि से निवृत्त होकर श्वेत अथवा पीले वस्त्र पहन कर हवन करें तत्पश्चात ध्यान करें और दिन भर के लिए मौन हो जायें। कहा अकेले हवन न कर सकें तो मिलजुल कर करें। उन्होंने बताया कि बसन्त पंचमी के दिन यज्ञ की ऊपर की ओर उठती हुई अग्नि को देखना शुभ होता है, इसलिए जो हवन नहीं करते वे यज्ञाग्नि को अवश्य देखें, उनकी उन्नति होगी। बताया इस दिन अन्न के बजाय फलों का सेवन करें। यदि फलाहार न कर सकें तो बिना लहसुन, प्याज का सात्विक आहार ग्रहण करें।

डॉक्टर मिश्र ने कहा उन्होंने दो वर्ष पूर्व मौन संदेश यात्रा निकाली थी जिसमें कई विद्यालयों में जा-जाकर बसंत पंचमी के दिन हवन करके मौन रहने का संदेश दिया था। डॉक्टर मिश्र ने कहा कि वे स्वयं उस दिन हवन करके न्यायदर्शन के सूत्र पढ़ेंगे तत्पश्चात् अपने सहयोगियों के साथ चौबीस घंटों के लिए मौन हो जायेंगे। कहा कायाकल्पकेन्द्रम् में हवन, ध्यान व मौन साधना करने के इच्छुक व्यक्ति चार फरवरी तक प्रवेश ले सकते हैं।