7 टाइप के किस : जानें कहां किसिंग का क्या होता है मतलब?

 

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
प्यार के इज़हार का ख़ूबसूरत तरीका है किस करना यानि चुंबन. लेकिन क्या आप जानते हैं चुंबन की भी ज़बान होती है. आप किस अंग पर किस करते हैं , उससे आपकी फीलिंग का पता चलता है।

माथे पर चुंबन – माथे पर चुंबन आपकी घबराहट दूर करता है और आपके अंदर आत्मविश्वास जगाता है. इसलिए रिश्तों के आरंभ में आत्मीयता बढ़ाने के लिए लोग अपने साथी का माथा चूमते हैं।

गाल पर चुंबन – गाल पर चुंबन का मतलब शारीरिक संबंध की ओर बढ़ना नहीं, बल्कि प्रेम और वात्सल्य का इज़हार भी होता है. इसीलिए गाल पर मर्यादित चुंबन किसी के प्रति आपका स्नेह दर्शाता है।

गले में किस – कॉलरबोन यानी गले और छाती के जोड़ पर चुंबन आत्मीयता का प्रतीक माना जाता है. इसका मतलब यह भी होता है कि रिश्ते को अगले चरण में ले जाने के लिए मन से पूरी तरह तैयार है।

 

कान पर चुंबन – कान पर चुंबन यानी रिश्ते के अगले चरण में पहुंच जाना है, जहां आप अपने साथी से हास-परिहास कर सकते हैं. इस तरह के चुंबन में एक तरह से अक्सर शरारत का भी आभास होता है।

हाथ पर चुंबन – हाथ पर चुंबन जिसे आप प्रेम करते हैं, उसके हाथ पर होंठ रखकर चुंबन लेते हैं. हाथ पर चुंबन किसी की प्रशंसा में भी लिए जाते हैं. कभी-कभी अच्छी भावना व्यक्त करने के लिए हाथ चूम लेते हैं।

होंठ पर चुंबन – होंठ पर चुंबन बेहद संवेदनशील होता है. आमतौर पर आप जिसे प्रेम करते हैं उसके होंठों का चुंबन लेते हैं. इसके अलावा किसी दोस्त के होंठ का चुंबन लेने का मतलब आप उसके साथ डेट पर जाने के लिए तैयार हैं।
चुंबन व टाइट आलिंगन – चुंबन व टाइट आलिंगन जिसे दिलोजान से चाहते हैं उसका करते हैं. होंठों का गहरा मिलन और साथी का कसकर आलिंगन यह भी इंगित करता है कि आप मोहब्बत के चरम अवस्था पर जाने के लिए तन और मन से तैयार हैं।