अनशनकारी यूनानी फार्मासिस्टों की मांगें 

पत्रकार सौरभ सैनी
रीडर टाइम्स न्यूज़
1.- यूनानी निदेशक द्वारा हाईकोर्ट लखनऊ में लंबित केस स.- 5970/2014 SS को लिंगर आन कराया जाता है जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए सख्त से सख्त कार्यवाही करें।
2.- यूनानी निदेशक द्वारा अनुसूचित जाति आयोग नई दिल्ली में भी समय से आख्या उपलब्ध नहीं कराते हुए लिंगर आन कराया जाता है जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए शीघ्र ही कार्यवाही सुनिश्चित करें।
3.- यूनानी निदेशक द्वारा उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर अपर मुख्य सचिव आयुष एवं विशेष सचिव आयुष से आपसी सांठगांठ करते हुए मामले में लीपापोती करते हुए मामले को उलझाया रखा जाता है जिसकी तत्काल निष्पक्ष जांच करते हुए अतिशीघ्र कार्यवाही करें।
4.- यूनानी निदेशक द्वारा उत्तर प्रदेश आयुष मंत्रालय स्तर पर पूर्व आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी से आपसी सांठगांठ एवं पैसे के बल पर मामले में लीपापोती करते हुए मामले को उलझाया रखा गया था और है जिसे तत्काल ध्यान देते हुए शीघ्र कार्रवाई करें।
5.- नियम 51 के तहत उत्तर प्रदेश विधानसभा में लाल जी वर्मा जी द्वारा युनानी फार्मासिस्ट संबंधित उठाए गए प्रश्न में भी यूनानी निदेशक और अपर मुख्य सचिव आयुष द्वारा मामले में हीला हवाली करते हुए पैसों के लेनदेन से उलझाया गया है भ्रष्टाचार किया गया है जिसे तत्काल निष्पक्ष जांच करते हुए शीघ्र कार्रवाई करें।
6.- यूनानी निदेशक द्वारा भारत सरकार आयुष मंत्रालय नई दिल्ली से हम अभ्यर्थियों के मामले में भी लीपापोती कर अनदेखी करते हुए उलझाया गया है जिसे तत्काल ध्यान देते हुए शख्स शख्स जांच करते हुए शीघ्र कार्रवाई करें।
7.- मा० राज्यपाल उत्तर प्रदेश को हम यूनानी फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों द्वारा भेजे गए पत्र पर भी हल्के में लेते हुए हीलाहावाली करते हुए असंवैधानिक तरीके से मामले को दबा दिया गया, जिसे तत्काल ध्यान देते हुए निदेशक यूनानी और संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की जांच करते हुए शीघ्र कार्रवाई करें।
8.- मा० मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को हम यूनानी फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों द्वारा भेजे गए पत्र पर भी हल्के में लेते हुए हीला हवाली करते हुए संवैधानिक करवाई को दबा दिया गया जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए यूनानी निदेशक व प्रशासनिक अधिकारियों पर जांच करते हुए सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।

9.- यूनानी निदेशक द्वारा हम एस०सी०/ एस०टी० यूनानी फार्मासिस्टों के साथ की गई ज्यादिती एवं भ्रष्टाचार तथा असंवैधानिक कृत्य को यूनानी निदेशालय में एक कर्मी द्वारा दिए गए वक्तव्य से आसानी से समझा जा सकता है
10.- यूनानी निदेशक द्वारा पिछले वर्षों में (सपा शासनकाल में) आपराधिक , आतंकवादी से मिलने, आश्रय देने, आवभगत करने में लिप्त होने की आशंका है जिसमें तत्काल जांच व कार्रवाई की मांग है।
11.- यूनानी निदेशक द्वारा गणतंत्र दिवस 2022 में कालेज स्तर पर छात्र एवं स्टाफ के बीच में अमर्यादित, असभ्य, असंवैधानिक टिप्पणी करने तथा धमकी देने व उकसाने का कार्य किया गया है। यह जांच का विषय है। जांच कर तत्काल कार्यवाही करें।
12.- यूनानी निदेशक द्वारा विभाग में नियुक्ति प्राप्त 89 यूनानी फार्मासिस्टों की तरफ से प्रति व्यक्ति- 3 से 400000 की धन उगाही करा कर डॉक्टर एल. पी. मिश्रा सीनियर एडवोकेट को मामले में लिंगर आन कराए जाने हेतु रखा गया है जिस पर तत्काल जांच कर अंकुश लगाया जाए। न्यायोचित कार्यवाही करें।