रमजान के दौरान ऐसे करें आहार का चयन

डाइटिशियन आयशा खातून
रीडर टाइम्स न्यूज़
रमजान का महीना शुरू होने वाला है। रमजान में हर मुसलमान पूरी कोशिश करता है कि रमजान के रोजे रखे और दिल से इबादत करें । गर्मी के इस मौसम में रोजे का टाइम 14 से 15 घंटे का होता है ऐसे में जरूरी है कि आप अपना खान-पान ऐसा रखें जिससे रोजे में पानी की शिद्दत का एहसास कम हो। रमजान मे रोजे रखने के साथ-साथ अपने आप को सेहतमंद रखना भी जरूरी है इसीलिए सहरी और इफ्तार में ऐसी चीजों का सेवन करें, जिससे आपका शरीर पूरा दिन एनर्जी से भरा रहे l

रमजान में आपको कैसी डाइट लेना चाहिए ,जिससे आप हेल्दी भी रहे और शरीर में पानी की कमी भी ना हो। सहरी के वक्त का लिया हुआ भोजन आपको दिनभर के लिए ऊर्जा देता है । इस समय भोजन में कार्बोहाइड्रेट ,प्रोटीन, फाइबर और सही मात्रा मे पानी इन चीजों का होना बहुत जरूरी है ।सहरी के समय तली भुनी चीजों का सेवन कम करें। इस समय दही ,छाछ ,लस्सी और दूध का सेवन करें । इन सब के सेवन से आपको ज्यादा प्यास नहीं लगेगी। सुबह सहरी के समय फल और सब्जी खाना सबसे अच्छा विकल्प होता है क्योंकि यह चीजें धीरे-धीरे पचती है। इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है जिसकी वजह से कमजोरी महसूस नहीं होती है। वही रसीले फलों को खाने से शरीर में तरल पदार्थ की मात्रा बनी रहती है जिससे प्यास कम लगती है ।

सहरी के समय भीगे बादाम अखरोट आदि का सेवन करना चाहिए। मीठी चीजों में कैलोरी ,कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है यदि इनका प्रयोग ज्यादा मात्रा में किया जाए तो उससे कई तरह की स्वास्थ संबंधी समस्याएं भी हो सकती है। जैसे कोलेस्ट्रोल का बढ़ना ,शुगर का बढ़ना वजन का बढ़ना, हृदय संबंधित समस्याएं हो सकती हैं । ऐसे मे समोसे पकोड़े ,कचौड़ी ,नमकीन ,मिठाइयां ज्यादा खाए जाते हैं, इनकी जगह कम तेल एवं कम मीठे भोज्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए। इफ्तार मे एक बार में खूब सारा पानी का सेवन ना करें । रोजा खोलने के लिए नींबू का शरबत ,फलों का जूस और खजूर प्रयोग करना चाहिए । खजूर मे कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से रोजा खोलने के बाद कमजोरी का एहसास नहीं होगा।

टिप्स – दवाओं का समय डॉक्टर से जरूर पूछें । कुछ बीमारियों की दवाएं हमें बिल्कुल भी बंद नहीं करनी चाहिए । जैसे थायरॉयड ,मधुमेह उच्च रक्तचाप आदि। यदि आप भी किसी दवा का नियमित तौर पर सेवन कर रहे हैं तो आप डॉक्टर से सलाह लेकर उस दवा का सेवन करें जिससे आप बीमारी को नियंत्रण में रख सकते हैं स्वस्थ रहें सुरक्षित रहें .